Corporate World के जाने-माने चेहरा Leo Puri ने Tata Sons के Independent Director पद से इस्तीफा दे दिया है। यह उनका एक महीने के अंदर दूसरी बड़ी कंपनी के बोर्ड से अचानक हटना है, जिससे उद्योग जगत में हलचल मच गई है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, उनका कार्यकाल पूरा हो गया था, और उन्होंने इसे आगे न बढ़ाने का फैसला किया। लेकिन उनके इस फैसले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
सिर्फ दो हफ्ते पहले ही Puri ने Hindustan Unilever के बोर्ड से इस्तीफा दिया था, जो India की सबसे बड़ी उपभोक्ता वस्तु कंपनी है। तब उन्होंने अपने बढ़ते Board Commitments का हवाला देते हुए पद छोड़ा था। लेकिन अब जब उन्होंने Tata Sons से भी हटने का फैसला किया है, तो अटकलें तेज हो गई हैं कि वे किस बड़ी Global Company के साथ नई पारी शुरू करने वाले हैं।
सूत्रों की मानें तो Puri जल्द ही किसी International Company के बोर्ड में शामिल होने जा रहे हैं, जिसकी वजह से उन्होंने India की प्रमुख कंपनियों से दूरी बनानी शुरू कर दी है। हालांकि, Tata Sons ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, और Puri से भी संपर्क नहीं हो सका।
फिलहाल, Leo Puri Fortis Healthcare के chairperson और स्वतंत्र निदेशक के रूप में काम कर रहे हैं। इसके अलावा, वे Dr. Reddy’s Laboratories के बोर्ड में भी Independent Director की भूमिका निभा रहे हैं। वे पहले भी European Corporate Governance नियमों के तहत “OverBoarding” यानी एक ही व्यक्ति के कई कंपनियों के Board में होने से संभावित जोखिमों पर चर्चा कर चुके हैं।
OverBoarding का मतलब होता है कि जब एक व्यक्ति एक साथ कई कंपनियों के बोर्ड में होता है, तो उसका फोकस बंट जाता है और किसी भी कंपनी को पर्याप्त समय नहीं मिल पाता। पुरी के इस्तीफे को इसी संदर्भ में देखा जा रहा है।
अब सबकी नजर इस बात पर है कि Leo Puri किस Global Company से जुड़ने वाले हैं और उनकी अगली रणनीति क्या होगी। क्या यह India के Corporate World के लिए एक बड़ा झटका साबित होगा? इसका जवाब आने वाले दिनों में मिल सकता है।