दावोस में विश्व आर्थिक मंच (WEF) के पहले दिन महाराष्ट्र ने ₹4.99 लाख करोड़ के समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए, जो राज्य में 92,000 से अधिक नौकरियां पैदा करेंगे। इन समझौतों में रक्षा, renewable resources , स्टील, और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे कई प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं।
JSW समूह का सबसे बड़ा निवेश
JSW समूह ने ₹3 लाख करोड़ के निवेश का वादा किया है, जो स्टील, renewable resources, सीमेंट, इन्फ्रास्ट्रक्चर और इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) जैसे क्षेत्रों में खर्च होगा। यह निवेश नागपुर और गढ़चिरौली में 10,000 नौकरियां पैदा करेगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने JSW के चेयरमैन सज्जन जिंदल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह साझेदारी राज्य की आर्थिक प्रगति में एक बड़ी भूमिका निभाएगी।
गढ़चिरौली को मिला पहला बड़ा औद्योगिक निवेश
गढ़चिरौली जैसे पिछड़े जिले में पहली बार उद्योग क्षेत्र में ₹5,200 करोड़ का निवेश होगा। यह निवेश कल्याणी समूह द्वारा रक्षा, स्टील और EV क्षेत्रों में किया जाएगा, जिससे 4,000 नई नौकरियां मिलेंगी। यह निवेश राज्य के आर्थिक विकास को संतुलित करने के प्रयासों को दर्शाता है।
अन्य प्रमुख निवेश
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने रत्नागिरी में रक्षा क्षेत्र में ₹16,500 करोड़ का निवेश करने का समझौता किया है।

बालासोर एलॉयज लिमिटेड और विराज प्रोफाइल्स प्राइवेट लिमिटेड ने स्टील और धातुओं के क्षेत्र में क्रमशः ₹17,000 करोड़ और ₹12,000 करोड़ का निवेश करने की घोषणा की है।
Wari Energy नागपुर में सोलर उपकरण उत्पादन के लिए ₹30,000 करोड़ का निवेश करेगी, जिससे 7,500 नौकरियां सृजित होंगी।
अन्य क्षेत्रों में निवेश और पहल
खाद्य और पेय उद्योग में, AB InBev ने छत्रपति संभाजीनगर में ₹750 करोड़ और बिसलेरी इंटरनेशनल ने मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में ₹250 करोड़ का निवेश किया है।
IT क्षेत्र में ब्लैकस्टोन ₹25,000 करोड़ का निवेश करेगा, जिससे 1,000 नौकरियां बनेंगी।
इसके अलावा, FUEL (Friends Union for Energizing Lives) युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल मार्केटिंग और बिजनेस एनालिटिक्स में प्रशिक्षित करेगा और पुणे में एक FUEL स्किलटेक यूनिवर्सिटी स्थापित करेगा।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “महाराष्ट्र की निवेशक-हितैषी नीतियों के कारण यह संभव हुआ है। हमारी विविध योजनाएं दिखाती हैं कि राज्य कैसे विभिन्न उद्योगों को आकर्षित कर रहा है।”
इन समझौतों ने महाराष्ट्र को वैश्विक निवेश का केंद्र बनाने और राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार और विकास के नए अवसर पैदा करने की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है।
