महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राज्य के मंत्री और एनसीपी विधायक Dhanajay Munde ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis ने मंजूर कर राज्यपाल को भेज दिया है। माना जा रहा है कि फडणवीस ने खुद मुंडे से इस्तीफा देने को कहा था।
यह बड़ा कदम ऐसे समय में आया है जब मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। कराड पर बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से जुड़े ₹2 करोड़ की रंगदारी के मामले में संलिप्त होने का आरोप है। इस घटना को लेकर राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है।
Shiv Sena (UBT) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने मुंडे को लंबे समय तक बचाने की कोशिश की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “इतनी देर क्यों हुई? सरकार ने अब तक मुंडे को क्यों बचाया? लेकिन सच को दबाया नहीं जा सकता।”
Congress नेता सरन पटेल ने भी सरकार पर सवाल उठाए और कहा कि संतोष देशमुख की हत्या महाराष्ट्र को झकझोर देने वाली घटना है। उन्होंने आरोप लगाया कि “मामले के मुख्य आरोपी वाल्मिक कराड मंत्री Dhanajay Munde के करीबी सहयोगी और बिजनेस पार्टनर हैं। लेकिन सरकार अब तक कोई ठोस कदम उठाने में नाकाम रही है।”
इससे पहले, जनवरी में मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis ने साफ किया था कि “इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस सबूतों के आधार पर कार्रवाई करेगी और दोषियों को सजा मिलेगी।” उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया था।
गौरतलब है कि 9 दिसंबर को बीड जिले के मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की निर्मम हत्या कर दी गई थी। आरोप है कि उन्होंने गांव में पवन ऊर्जा कंपनी से वसूली के खिलाफ आवाज उठाई थी, जिससे नाराज होकर उनकी हत्या कर दी गई।
अब Dhananjay Munde के इस्तीफे के बाद इस पूरे मामले में राजनीति और गरमा गई है। विपक्ष लगातार सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है। देखना होगा कि आगे इस मामले में क्या नए मोड़ आते हैं।
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