राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले राजनीतिक माहौल पूरी तरह गर्म हो गया है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर अब अपने चरम पर पहुंच गया है। बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया पर सीधा हमला बोलते हुए उन्हें ‘खनन माफिया’ करार दिया। मंत्री के इस बयान ने न केवल अंता की सियासत में हलचल मचा दी है, बल्कि कांग्रेस खेमे में भी नाराज़गी का माहौल पैदा कर दिया है।
मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने अंता उपचुनाव में भाजपा की जीत का दावा करते हुए कहा, “अंता के लोग इस बार भाजपा को ही जिताएंगे, क्योंकि कांग्रेस उम्मीदवार की छवि अच्छी नहीं है। वे खनन माफिया के रूप में काम करते हैं और अंता के लोग उन्हें अच्छी तरह जानते हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में अभी तीन साल बाकी हैं और पार्टी अगले वर्षों में क्षेत्र को विकास की नई दिशा देगी।
उन्होंने आगे कहा कि “लोगों को अब समझ आ गया है कि कौन उनके विकास के लिए काम करता है और कौन अपने स्वार्थ के लिए।” बेढम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के पास अब न कोई एजेंडा है, न कोई विजन। वहीं, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अंता उपचुनाव में किसी ‘तीसरे मोर्चे’ की कोई वास्तविक उपस्थिति नहीं है।
हालांकि, अंता सीट पर इस बार मुकाबला त्रिकोणीय बन चुका है। कांग्रेस से प्रमोद जैन भाया, भाजपा से मोरपाल सुमन, और निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा मैदान में हैं। नरेश मीणा और भाजपा से बागी रामपाल मेघवाल जैसे नेताओं की दावेदारी ने दोनों दलों के वोट बैंक में सेंध लगाई है, जिससे मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।
मंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है जब नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और प्रचार अभियान अपने शिखर पर है। ‘खनन माफिया’ वाले आरोप ने चुनावी मैदान में नई बहस छेड़ दी है। कांग्रेस की ओर से अभी तक इस बयान पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह हमला भाजपा की रणनीति का हिस्सा है, ताकि अंता उपचुनाव में कांग्रेस की बढ़त को चुनौती दी जा सके।
