मुंबई को दहला देने वाले 26/11 आतंकी हमलों का खूंखार साजिशकर्ता Tahavvur Hussain Rana आखिरकार India की पकड़ में आने वाला है। America से प्रत्यर्पण की जटिल कानूनी लड़ाई के बाद अब Rana को बुधवार को India लाए जाने की पूरी संभावना है। इसके साथ ही देश को उस शख्स से सवाल पूछने का मौका मिलेगा, जिसने सैकड़ों जिंदगियों को बर्बाद करने में अहम भूमिका निभाई थी।
गुप्त जानकारी के अनुसार Delhi और Mumbai की दो हाई-सिक्योरिटी जेलों में बेहद कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। NIA उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। माना जा रहा है कि उससे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और लश्कर-ए-तैयबा के नेटवर्क से जुड़े कई बड़े रहस्यों से पर्दा उठ सकता है।
Rana, जो मूल रूप से Pakistan का रहने वाला है लेकिन Canada की नागरिकता रखता है, शिकागो में एक इमिग्रेशन कंपनी चलाता था। उसने अपने बचपन के दोस्त David Headley को उसी कंपनी की आड़ में India भेजा, ताकि वह Mumbai में रेकी कर सके। Headley ने India के पांच बड़े टारगेट चुने और Pakistan में बैठे आकाओं को पूरी जानकारी भेजी।
सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि राणा खुद हमले से कुछ दिन पहले दुबई होते हुए Mumbai आया था। उसने यहां होटल में रुककर पूरे ऑपरेशन की बारीकियों पर नजर रखी। और बस, इसके पांच दिन बाद ही वो काली रात आई – 26 नवंबर 2008 – जब Mumbai की सड़कों पर आतंक ने तांडव मचाया।
इस हमले में 174 मासूम लोग मारे गए और देश की आंखों से खून के आंसू बहे। अजमल कसाब को छोड़ दें, तो अब तक किसी भी मुख्य साजिशकर्ता को भारत में सजा नहीं मिली थी। राणा का आना इस लिहाज से एक बड़ा मोड़ है।
India सरकार, खासकर NSA Ajit Doval और गृह मंत्रालय की लगातार कोशिशों से यह मुमकिन हो पाया है। Rana को अब उसी शहर में लाया जा रहा है, जिसे उसने लहूलुहान किया था – लेकिन अब वह शिकारी नहीं, एक कैदी बनकर आएगा।
देश की नजरें अब NIA की पूछताछ पर हैं, जिससे शायद कई सालों से दबे राज सामने आएं। यह सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, 26/11 के जख्मों पर मरहम लगाने की शुरुआत है।