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Friday, August 1, 2025

NEP भारत की शिक्षा प्रणाली का “भारतीयकरण” : Devendra Fadnavis

मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis ने कहा कि Sonia Gandhi को अधिक जानकारी हासिल करनी चाहिए और NEP भारतीय शिक्षा प्रणाली के 'भारतीयकरण' का समर्थन करना चाहिए।

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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis ने सोमवार को नई शिक्षा नीति (NEP) की सराहना करते हुए कहा कि NEP भारत की शिक्षा प्रणाली का “भारतीयकरण” है।

NEP भारत की शिक्षा प्रणाली का भारतीयकरण है

फडणवीस ने नागपुर में संवाददाताओं से कहा,”मुझे लगता है कि यह (NEP) भारत की शिक्षा प्रणाली का भारतीयकरण है…”कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा NEP के मुद्दे पर केंद्र की तीखी आलोचना करने के बाद यह बात सामने आई है, जिसमें उन्होंने एक लेख में केंद्र पर अपने “तीन मुख्य एजेंडे -केंद्रीकरण, व्यावसायीकरण और सांप्रदायिकरण” को लागू करने का आरोप लगाया है।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि सोनिया गांधी को अधिक जानकारी हासिल करनी चाहिए और भारतीय शिक्षा प्रणाली के ‘भारतीयकरण’ का समर्थन करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, “मैकाले ने जिस शिक्षा नीति को हमारे देश को गुलाम बनाने के लिए लाया था, अगर उस प्रणाली को बदल दिया जाए और उसका भारतीयकरण किया जाए, तो मुझे लगता है कि इससे किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। कोई भी देशभक्त इसक समर्थन करेगा। मुझे लगता है कि सोनिया गांधी जी इसके बारे में अधिक जानना चाहिए और भारतीय शिक्षाप्रणाली के भारतीयकरण का पूरा समर्थन करना चाहिए।”

 हिंदी सभी भारतीय भाषाओं को मजबूत करती है और सभी भारतीय भाषाएं हिंदी को मजबूत करती हैं

इससे पहले शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाषा के आधार पर देश को बांटने की प्रवृत्ति समाप्त होनी चाहिए। उन्होंने दोहराया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हिंदी और अन्य सभी भारतीय भाषाओं की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। “कुछ लोग तमिल और हिंदी भाषाओं को लेकर बेवजह विवाद पैदा कर रहे हैं। हालांकि, भाजपा हिंदी और अन्य सभी भारतीय भाषाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है, बल्कि उनके बीच सहयोग की भावना है। हिंदी सभी भारतीय भाषाओं को मजबूत करती है और सभी भारतीय भाषाएं हिंदी को मजबूत करती हैं, “राजनाथ सिंह ने कहा।

भाषा के नाम पर देश को बांटने का यह चलन बंद होना चाहिए

उन्होंने कहा, “भाषा के नाम पर देश को बांटने का यह चलन बंद होना चाहिए। और अगर कोई इस संदेश को प्रभावी ढंग से फैला सकता है और इसमें सक्रिय भूमिका निभा सकता है, तो मेरा मानना है कि हमारी बहनें इसे और अधिक प्रभावशाली तरीके से कर सकती हैं।” रक्षा मंत्री तमिल योद्धा रानी वेलु नचियार की स्मृति आयोजित एक कार्यकम में बोल रहे थे। उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब MK Stalin के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और परिसीमन अभ्यास में प्रस्तावित तीन-भाषा फार्मूले को लेकर केंद्र सरकार से असहमत है
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