भारतीय फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री Neena Gupta ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले का दौरा किया और भाव आध्यात्मिक समागम के लिए अपनी श्रद्धा और प्रशंसा व्यक्त की। उनका मानना है की कुंभ मेला न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि यह भारतीय संस्कृति, आस्था और एकता का भी प्रतीक है। Neena Gupta ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा, यह यात्रा एक ‘अनोखा अनुभव’ रहा और यह भी बताया कि उनकी यह इच्छा वर्षों से उनकी इच्छा सूची में था। उन्होंने आगे कहा, “मैं शालू से यहां आना चाहती थी, यह एक अनूठा अनुभव था। आखिरकार, मैंने आज डुबकी लगाई। यहां का माहौल पागलपन भारा है, मैंने अपने जीवन में इसे बड़ी भीड़ कभी नहीं देखी, मैं इतने बड़े आयोजन के लिए सरकार से प्रभावित हूं”।
Neena Gupta ने कहा कि महाकुंभ का अनुभव अत्याधिक भावनात्मक था। इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु, साधु संत और विभिन्न समुदायों के लोग एक साथ एक ही स्थान पर आते हैं। इस विशाल मेले में आस्था की एक गहरी भावना महसूस की जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि कुंभ मेला देखने से यह एहसास हुआ कि भारत में विश्वास और धार्मिक विविधता कितनी गहरी है। अलग-अलग प्रदेशों और संस्कृतियों से आए लोग यहां एक साथ एकजुट होते हैं। अभिनेत्री ने यह बताया कि कुंभ मेले में एक अद्भुत ऊर्जा महसूस होती है जो न केवल श्रद्धालुओं के चेहरे पर दिखती है बल्कि वातावरण में भी घुली होती है।
हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन महाकुंभ मेला पवित्र नदियों गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर आयोजित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना विभाग के आंकड़ों के अनुसार 6 फरवरी तक प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान 397.4 मिलियन से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा यमुना और सरस्वती नदी के पवित्र संगम में डुबकी लगाई है। जैसे-जैसे महाकुंभ जारी है लाखों लोगों द्वारा प्रदर्शित की गई भारी आस्था और भक्त इस भव्य आयोजन के महत्व की पुष्टि करती है। विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों ने भी संगम पर पवित्र डुबकी लगाई है। 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा। इस आयोजन के खत्म होने से पहले ही देश और दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु आ चुके हैं और उम्मीद है कि इसमें उपस्थित और भागीदारी के नए रिकॉर्ड बनेंगे।
