प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार न्यूयॉर्क में होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सत्र में शामिल नहीं होंगे। उनकी जगह विदेश मंत्री एस. जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह फैसला ऐसे समय लिया गया है जब भारत और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है।
संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी की गई सूची में पहले पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोनों के नाम थे। इस बार भारत 27 सितंबर को महासभा को संबोधित करेगा, लेकिन मोदी की जगह जयशंकर यह भाषण देंगे। इस सत्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी शामिल होंगे।
अमेरिका से बढ़ता तनाव
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत पर जुर्माना लगाया। इससे भारत पर लगने वाला टैरिफ 50 प्रतिशत तक पहुंच गया। भारत ने इस फैसले को गलत कहा और साफ किया कि देश अपने आर्थिक हितों की रक्षा करेगा।
अहम कूटनीतिक सत्र
हर साल सितंबर में होने वाला यह सत्र दुनिया का सबसे बड़ा कूटनीतिक मंच माना जाता है। इस बार इसमें इजरायल-हमास और रूस-यूक्रेन संघर्ष जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। ऐसे में मोदी का शामिल न होना कई सवाल खड़े करता है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या पीएम मोदी का UNGA से दूर रहना केवल एक रणनीति है, या फिर यह भारत-अमेरिका रिश्तों में आती दरार का संकेत है।