प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के लाभार्थियों को हार्दिक बधाई दी। इस अवसर पर राष्ट्र प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के 10 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है।
प्रधानमंत्री नें मुद्रा योजना की भूमिका पर प्रकाश डाला
प्रधानमंत्री ने भारत भर में हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने में मुद्रा योजना द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री ने X थ्रेड्स में लिखा, “आज, जब हम #MUDRA के 10 वर्ष पूरे कर रहे हैं, मैं उन सभी को बधाई देना चाहता हूं, जिनके जीवन में इस योजना की बदौलत बदलाव आया है। इस दशक में, मुद्रा योजना ने कई सपनों को हकीकत में बदल दिया है, ऐसे लोगों को वित्तीय सहायता देकर सशक्त बनाया है, जिन्हें पहले नजरअंदाज किया गया था। यह दर्शाता है कि भारत के लोगों के लिए कुछ भी असंभव नहीं है!”
यह उत्साहजनक हैं
उन्होंने कहा, “यह विशेष रूप से उत्साहजनक है कि मुद्रा लाभार्थियों में से आधे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग समुदायों से हैं, और 70% से अधिक लाभार्थी महिलाएं हैं! प्रत्येक मुद्रा ऋण अपने साथ सम्मान, आत्म-सम्मान और अवसर लेकर आता है। वित्तीय समावेशन के अलावा, इस योजना ने सामाजिक समावेशन और आर्थिक स्वतंत्रता भी सुनिश्चित की है।”
आगे बढ़ने का मिलेगा मौका
प्रधानमंत्री ने कहा, “आने वाले समय में, हमारी सरकार एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगी, जहां प्रत्येक महत्वाकांक्षी उद्यमी को ऋण तक पहुंच होगी, जिससे उसे आत्मविश्वास और आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।”बजट 2024 में तरुण श्रेणी में मुद्रा ऋण सीमा 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये की गई
10 लाख तक का ऋण
एसएमई और एमएसएमई क्षेत्र को आवश्यक बढ़ावा देते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट 2024 में तरुण श्रेणी में मुद्रा ऋण की सीमा 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये करने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) को मोदी सरकार ने अप्रैल 2015 में गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु/सूक्ष्म उद्यमों को 10 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराने के लिए शुरू किया था।
3 श्रेणी में ऋण
पीएमएमवाई ऋण सदस्य ऋण संस्थाओं द्वारा प्रदान किए जाते हैं, जैसे अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां और मुद्रा लिमिटेड के साथ पंजीकृत सूक्ष्म वित्तीय संस्थान।प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के अंतर्गत बैंकों और सूक्ष्म वित्त संस्थानों (एमएफआई) द्वारा तीन श्रेणियों में ऋण प्रदान किए जाते हैं:
शिशु (50,000 रुपये तक का ऋण);
किशोर (50002 रुपये से 5 लाख रुपये तक का ऋण);
तरुण (5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक का ऋण)
बजट 2024 की घोषणा के बाद, तरुण श्रेणी के तहत मुद्रा ऋण को बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया जाएगा।
