Himachal Pradesh की सियासत में एक बार फिर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। Chief Minister Sukhwinder Sukhu की सरकार मुश्किल में घिरती नजर आ रही है। प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और congress के वरिष्ठ Neta Chandra Kumar के इस्तीफे की अटकलें तेज हो गई हैं। इस पूरे सियासी बवाल की शुरुआत उनके बेटे Neeraj Bharti की सोशल मीडिया पोस्ट से हुई, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि उनके पिता सरकार में दलालों की दखल से नाराज हैं और 19 जून को पद छोड़ सकते हैं।
Neeraj Bharti ने पोस्ट में आरोप लगाया कि congress सरकार अब नेताओं के नहीं, दलालों के इशारों पर चल रही है। ऐसे सिस्टम में मंत्री बने रहने का क्या फायदा? उन्होंने कहा कि जहां दलालों का राज हो, वहां ईमानदार मंत्री का टिकना मुश्किल है।
हालांकि, बाद में Neeraj ने दूसरी पोस्ट में यह भी लिखा कि उनके पिता को पार्टी से कुछ आश्वासन मिले हैं और वे CM Sukhu से मिलकर अंतिम फैसला लेंगे।
इससे पहले Chandra Kumar खुद भी congress पर सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने खुलकर कहा था कि Himachal में पार्टी पैरालाइज हो चुकी है, क्योंकि संगठन गठन तक नहीं हो रहा।
18 जून को Chandra Kumar Chief Minister Sukhu के साथ सरकारी दौरे पर थे, लेकिन उसी दिन उनके बेटे के बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी।
Chandra Kumar इस वक्त सुक्खू सरकार के सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं। 85 वर्षीय यह नेता छह बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं।
अब पूरे प्रदेश में यह सवाल गूंज रहा है कि क्या Chandra Kumar सच में इस्तीफा देंगे? या फिर congress के अंदर चल रही खींचतान का यह एक और पब्लिक ड्रामा है? जो भी हो, Himachal की राजनीति में इस वक्त सस्पेंस और सनसनी दोनों अपने चरम पर हैं।