Patna की सड़कों पर शुक्रवार को सियासी तूफान आ गया। Congress की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा जैसे ही सीएम आवास की ओर बढ़ी, माहौल बिगड़ गया। पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया, फिर पानी की बौछार चलाई और बाद में Congress नेता Kanhaiya Kumar समेत कई बड़े नेताओं को हिरासत में ले लिया।
यह सारा हंगामा तब हुआ जब Congress और NSUI के कार्यकर्ता Chief Minister Nitish Kumar को बेरोजगारी और पलायन पर एक ज्ञापन देना चाहते थे। इस दौरान Kanhaiya Kumar खुद पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे थे।
लेकिन जैसे ही प्रदर्शनकारी सीएम आवास की ओर बढ़े, पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर रास्ता रोक दिया। माहौल गरम हो गया। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए पहले चेतावनी दी, फिर लाठियां बरसाईं। वाटर कैनन से पानी की तेज बौछारें भी छोड़ी गईं।
संघियों को कन्हैया कुमार से बढ़िया कोई रेल नहीं सकता😂
आज पटना गांधी मैदान में पुलिस जब पानी की बौछार की तो कन्हैया कुमार ने कहा
“हमारे ऊपर पानी न बरसाएं, लोगों के घर के नलों में पानी पहुंचाएं” #Bihar #KanhaiyaKumar pic.twitter.com/yk8KQnyvPK
— RaGa For India (@RaGa4India) April 11, 2025
भीड़ में अफरा-तफरी मच गई। कई कार्यकर्ता सड़क पर गिर पड़े। कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। पुलिस ने Kanhaiya Kumar, युवा congress के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब और प्रदेश अध्यक्ष शिव प्रकाश गरीब दास को हिरासत में ले लिया। सभी को कोतवाली थाना ले जाया गया।
Congress कार्यकर्ताओं का आरोप है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन सरकार ने उनकी आवाज दबाने के लिए बल का इस्तेमाल किया। सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। लोग सवाल पूछ रहे हैं – क्या लोकतंत्र में आवाज उठाना भी अब जुर्म है?
Patna की इस घटना ने साफ कर दिया है कि Bihar में बेरोजगारी और पलायन अब सड़क पर बड़ा मुद्दा बन चुका है। और जब सवाल सत्ता से पूछा जाता है, तो जवाब अक्सर लाठी और पानी की बौछारों में मिलता है।