India में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा पास करना किसी भी उम्मीदवार के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है, और इस वर्ष परीक्षा में सफल होने वाले 1,009 उम्मीदवारों में Poorva Choudhary का नाम भी शामिल है। लेकिन उनके सफलता की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होते ही एक नया विवाद खड़ा हो गया। Poorva ने UPSC की परीक्षा पास की, और सोशल मीडिया पर उनके बारे में कई लोगों ने यह आरोप लगाया कि उन्होंने OBC-NCL (अन्य पिछड़ा वर्ग – नॉन क्रीमी लेयर) आरक्षण का दुरुपयोग किया है।
Poorva Choudhary ने UPSC परीक्षा में 533 वां स्थान प्राप्त किया है, लेकिन जैसे ही यह जानकारी सामने आई कि उन्होंने OBC-NCL आरक्षण का लाभ उठाया, कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने उन पर आरोप लगाना शुरू कर दिया। लोग कह रहे थे कि Poorva का जीवनशैली – जिसमें महंगी बैग और विदेश यात्रा शामिल हैं – आरक्षण के दुरुपयोग का संकेत देती है।
QUOTA FRAUD IN UPSC
UPSC candidate Ms. Poorva Choudhary (AIR 533, Roll No. 1123694) claimed OBC NCL benefit but her luxurious lifestyle (Mercedes S-Class, designer bags, international trips) raises questions. Also, her father is an ADM (Class A officer). Clearly, OBC-NCL is… pic.twitter.com/X2knylR1eY
— Harsh Patel (@Harshpatel1408) May 3, 2025
“Poorva Choudhary, जिनके पास ₹4 लाख का बैग और एक शानदार लाइफस्टाइल है, फिर भी OBC-NCL आरक्षण का लाभ उठा रही हैं। क्या यह सही है?” एक पोस्ट में यह सवाल उठाया गया। वहीं, एक अन्य यूज़र ने लिखा, “क्या आरक्षण का सिस्टम सही लोगों के लिए है या ये ‘Privileged’ लोगों का सीढ़ी बन चुका है?”
इस विवाद के बाद Poorva ने अपने Instagram Account को डिलीट या डिसेबल कर दिया। हालांकि, उनके पिता Omprakash Saharan, जो राजस्थान प्रशासनिक सेवा में अतिरिक्त जिला कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं, ने इस पूरे मामले पर सफाई दी। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने जो OBC-NCL Certificate लिया, वह पूरी तरह से नियमों के तहत था और कोई दुरुपयोग नहीं हुआ है।
यह विवाद अब और गहरा गया है, क्योंकि लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या सच में आरक्षण का फायदा उन्हीं को मिलना चाहिए, जिन्हें इसकी जरूरत है।