पीलिया जिसे हेपेटाइटिस या जौंडिस( jaundice) भी कहा जाता है एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की त्वचा और आंतरिक अंग पीले हो जाते हैं यह सामान्य रूप से लीवर के कारण उत्पन्न होने वाली समस्या है जो किसी भी उम्र में व्यक्ति को हो सकती है प्रमुखता नाखून और आंखों के सफेद भाग में अचानक पीलेपन का आभास पीलिया का संकेत देता है| इस बीमारी में भूख नहीं लगती और दिनभर कमजोरी भी बनी रहती है इस बीमारी में परहेज और सही तरीके से खानपान बहुत जरूरी होता है उचित देखभाल के साथ पीलिया ठीक हो सकता है इसलिए यहाँ एक बेहतरीन आहार चार्ट है जो आपको बताएगा की पीलिया के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं

क्या उपयोग कर सकते हैँ
ताजे फल
ताजे फल एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर से भरपूर होते हैं जो पीलिया के दौरान लीवर को हो रहीं छति को कम करते हैं| और पाचन को सरल करने में मदद करते हैं कुछ फल और सब्जियां लीवर के लिए भी अनुकूल पोषक तत्व है जो लिवर के स्वास्थ्य को बनाए रखने और लीवर की स्थिति का प्रबंधन करने के लिए बेहतरीन विकल्प होते हैं, अंगूर, पपीता, तरबूज, सेब, नाशपाती, केला, आनार,अमरुद शामिल हैँ
साबुत अनाज
साबुत अनाज वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि ब्राउन राइस और गेहूं की रोटी आहार फाइबर का एक आवश्यक स्तोत्र हैँ | और खाने में उचित फाइबर वाले खाद्य पदार्थ का उपयोग करना चाहिए |
पत्तेदार साग
पत्तेदार सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और लीवर को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं वे लीवर को यौगिक से डिटॉक्स करने और लीवर कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद करते हैं
छेना के रसगुल्ले
रसगुल्ला पसंदीदा मिठाई होने के साथ ही एक बेहतरीन प्रोटीन स्तोत्र भी है इसलिए अगर आप मिठाई खाना पसंद करते तो छेना का रसगुल्ला बढ़िया विकल्प है |
किन चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए
तले हुए खाद्य पदार्थ
तले हुए खाद्य पदार्थ का उपयोग बिल्कुल नहीं करें , पीलिया से पीड़ित लोगों को तले हुए खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए क्योंकि उनमें वसा की मात्रा अधिक होती है जो यकृत पर दबाव डाल सकती है तथा पीलिया को बदतर बना सकती है ,
मांसाहार का करें पूर्णतया त्याग
मीट खाने से लीवर पर दबाव पड़ता है इसके साथ ही मीट पचाने में भी पेट को काफी मेहनत करनी पडती हैँ|
दूध और डेरी उत्पादकों का उपयोग है निषेध
जब आपको पीलिया होता है तब आपका लिवर डेयरी उत्पादों को ठीक से पचा नही पाता क्योंकि इसमें संतृप्त वसा होता है इसलिए पीलिया में दूध और डेरी उत्पादो का उपयोग नहीं करना चाहिए