India के Startup sector में 7 से 13 जून के बीच जबरदस्त फंडिंग देखने को मिली है। इस एक हफ्ते में कुल ₹1,330 करोड़ ($160 मिलियन) का निवेश हुआ, जो पिछले साल इसी हफ्ते मिले ₹760 करोड़ ($91.8 मिलियन) से 75% ज्यादा है। यही नहीं, पिछले हफ्ते के मुकाबले भी यह आंकड़ा 12.4% अधिक है। हालांकि, फंडिंग बढ़ने के बावजूद डील्स की संख्या घट गई है।
इस हफ्ते सिर्फ 16 डील्स हुईं, जबकि पिछले साल इसी समय 34 डील्स हुई थीं। इससे यह साफ हो गया है कि अब निवेशक ज्यादा Startups में पैसे लगाने की जगह गिने-चुने और भरोसेमंद कंपनियों में बड़ा पैसा लगा रहे हैं।
इस हफ्ते की सबसे बड़ी डील क्रेड (Cred) ने की, जिसे Singapore की GIC कंपनी ने ₹600 करोड़ ($72 मिलियन) दिए। खास बात ये रही कि पहले क्रेड की वैल्यू ₹52 हजार करोड़ थी जो अब घटकर ₹29 हजार करोड़ रह गई है। यानी निवेशकों ने कंपनी में तो भरोसा जताया, लेकिन पहले की तरह ज्यादा वैल्यू नहीं मानी।
दूसरी बड़ी डील Flexiloans की रही, जिसे करीब ₹365 करोड़ ($43.8 मिलियन) की फंडिंग मिली। यह कंपनी छोटे बिजनेस को Digital Loan देती है और इस सेक्टर में तेजी से ग्रोथ हो रही है।
इसके अलावा, hardware और electric mobility sector की कंपनी Vecmocon Technologies ने ₹150 करोड़ ($18 मिलियन) जुटाए। यह डील बताती है कि निवेशक अब clean Tech, Deep Tech और Long Term Innovation वाली कंपनियों में भी दिलचस्पी ले रहे हैं।
कम डील्स और ज्यादा रकम यह दिखाता है कि अब निवेशक सतर्क हो गए हैं। अब वे सिर्फ उन्हीं कंपनियों को पैसा दे रहे हैं जो पहले से चल रही हों, कस्टमर बेस मजबूत हो और फायदा कमाने की संभावना दिखे। कुल मिलाकर, Indian Startup जगत में पैसे की कमी नहीं है, बस निवेश करने का तरीका बदल गया है।