विदेश मंत्री S. Jaishankar ने शुक्रवार को वॉशिंगटन डीसी में हुए ‘Carnegie Global Tech Summit 2025’ में अमेरिका की वैश्विक रणनीति को लेकर एक चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि अब अमेरिका की ‘MAGA’ यानी ‘Make America Great Again’ नीति केवल राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि टेक्नोलॉजी इसके केंद्र में आ चुकी है।
Jaishankar ने कहा, “टेक अब सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि America के आत्मनिर्भरता मिशन का अहम हिस्सा है। टेक्नोलॉजी और MAGA के बीच जो रिश्ता पहले अस्पष्ट था, अब वो पूरी दुनिया के सामने है।”
India के विदेश मंत्री ने साफ कहा कि पिछले एक साल में America ने दुनिया से अपने रिश्तों को नए सांचे में ढाला है और इसका सबसे गहरा असर तकनीकी मोर्चे पर दिखेगा। उन्होंने यह भी कहा कि टेक्नोलॉजी के ज़रिए America अपनी खोई ताकत फिर से हासिल करना चाहता है।
China की बढ़ती तकनीकी ताकत का जिक्र करते हुए Jaishankar बोले, “दूसरी ओर चीन भी बिना शोर किए लगातार आगे बढ़ रहा है। अगर America ने अपनी चाल तेज की है, तो चीन भी चुपचाप शतरंज की गोटियां बिछा रहा है।”
Europe की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, “कभी संतुलन का प्रतीक रहा यूरोप आज America, Russia और China के बीच उलझा हुआ है। उसकी हर दिशा अब दबाव में है।”
Jaishankar ने इस समिट को ‘दो T का संगम’ बताया — एक ‘Technology’ और दूसरा ‘Tariffs’। उन्होंने कहा, “आज हम सिर्फ तकनीकी भविष्य की नहीं, बल्कि वैश्विक व्यापार की बदलती हकीकत की भी चर्चा करने आए हैं।”
Jaishankar का यह बयान India के बढ़ते आत्मविश्वास और वैश्विक टेक नेतृत्व में उसकी भूमिका की झलक देता है। सम्मेलन में भारत की सोच को ‘संभावनाओं’ यानी ‘संभवना’ शब्द से परिभाषित किया गया, जो दुनिया को India की दिशा में देखने के लिए प्रेरित कर रहा है।