India-England Test Series की ‘Pataudi Trophy’ का नाम बदलकर ‘Anderson–Tendulkar Trophy’ करने पर मचा हंगामा अब और गरम हो गया है। अब इस पूरे विवाद पर क्रिकेट के भगवान Sachin Tendulkar ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने साफ-साफ कहा कि Pataudi परिवार की विरासत को वह खत्म नहीं होने देंगे।
Tendulkar ने बताया कि जब उन्हें ट्रॉफी का नाम बदलने की खबर मिली, तो सबसे पहले उन्होंने Pataudi परिवार को फोन किया। उन्होंने परिवार से कहा, “मैं वादा करता हूं कि उनकी विरासत इस सीरीज से हमेशा जुड़ी रहेगी।” इसके बाद Tendulkar ने BCCI सचिव जय शाह और England boarder से बातचीत की। उन्होंने दोनों बोर्ड से कहा कि Pataudi नाम को इस सीरीज से हटाना सही नहीं है।
तेंडुलकर की बात मानी गई और तय हुआ कि अब हर सीरीज के विजेता कप्तान को “पटौदी मेडल ऑफ एक्सीलेंस” दिया जाएगा। इस कदम से पटौदी नाम सीरीज में बना रहेगा।
बता दें कि 2007 में इस ट्रॉफी का नाम Pataudi Trophy रखा गया था, जो भारत और England के बीच ऐतिहासिक जुड़ाव को दर्शाता है। लेकिन इस बार ECB और BCCI ने मिलकर इसका नाम Anderson–Tendulkar Trophy कर दिया, जिससे कई क्रिकेट प्रेमी नाराज़ हो गए।
Sunil Gavaskar ने भी इस फैसले की खुलकर आलोचना की थी। वहीं, जेम्स Anderson ने ट्रॉफी पर अपना नाम जुड़ने पर खुशी जताई और Sachin को क्रिकेट का लीजेंड बताया।
Trophy का अनावरण 14 जून को होना था, लेकिन Air India हादसे के कारण इसे टाल दिया गया। सचिन तेंडुलकर ने कहा, “हम दुख की इस घड़ी में कोई जश्न नहीं मना सकते थे।”
अब सवाल ये है – क्या सचिन की ये पहल गुस्से में आग बुझेगी, या विवाद और बढ़ेगा?