पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज Sunil Gavaskar ने सचिन Tendulkar और Virat Kholi की तुलना को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि अलग-अलग दौर में खेलने वाले खिलाड़ियों की तुलना करना गलत है। गावस्कर ने इसे “उपमहाद्वीप की कमजोरी” करार दिया और कहा कि क्रिकेट की परिस्थितियाँ हर दौर में अलग होती हैं, इसलिए तुलना करना बेकार है।
𝐑𝐢𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐚𝐥𝐨𝐧𝐠𝐬𝐢𝐝𝐞 𝐥𝐞𝐠𝐞𝐧𝐝𝐬 👑
Virat Kohli joins Sachin Tendulkar & Kumar Sangakkara in the 14k ODI runs club 🤩 pic.twitter.com/2GmnWcZzcK
— ICC (@ICC) February 23, 2025
‘ड्रेसिंग रूम’ शो में शामिल हुए गावस्कर से जब कोहली और तेंदुलकर की तुलना पर सवाल किया गया, तो उन्होंने बेबाक अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मैं कभी भी अलग-अलग युगों की तुलना नहीं करूंगा। खेल की परिस्थितियाँ, पिचें और विरोधी टीमें हर दौर में अलग होती हैं। यह सिर्फ उपमहाद्वीप में ही होता है कि हम खिलाड़ियों की तुलना करने में लगे रहते हैं।”
Gavaskar ने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया में कोई भी रिकी पोंटिंग और ग्रेग चैपल की तुलना नहीं करता, लेकिन भारत और आसपास के देशों में हमेशा तुलना की जाती है। उनका कहना है कि हर खिलाड़ी अपने समय का महान होता है और उसकी काबिलियत को उसी रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए।
Sunil Gavaskar ji on –
Sachin vs Virat comparison who is better and why? pic.twitter.com/srhPf9ltvp— AT10 (@Loyalsachfan10) February 27, 2025
Virat Kholi ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगाकर भारत को चैंपियंस ट्रॉफी में जीत दिलाई थी। उनके अंतरराष्ट्रीय शतकों की संख्या 82 हो गई है, जिसमें 51 वनडे, 30 टेस्ट और 1 टी20 शतक शामिल हैं। दूसरी ओर, Sachin Tendulkar के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं, जिनमें 49 वनडे और 51 टेस्ट शतक शामिल हैं।
हालांकि, आंकड़े कुछ भी कहें, गावस्कर का कहना है कि तुलना करने की बजाय खिलाड़ियों की प्रतिभा का आनंद लेना चाहिए। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह समझना ज़रूरी है कि हर दौर की अपनी चुनौतियाँ होती हैं और हर महान खिलाड़ी ने अपने युग में इतिहास रचा है।
नोट: हम बिजनेस हेडलाइन (BH) में अपनी नैतिकता को बहुत गंभीरता से लेते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी यहाँ प्राप्त की जा सकती है।
