अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि उनका New Tariff Plan केवल 10-15 देशों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह पूरी दुनिया पर लागू होगा। उन्होंने इसे “Liberation Day” यानी ‘मुक्ति दिवस’ करार दिया है और बुधवार को इसका पूरा प्लान सामने लाने की बात कही है। उनके इस फैसले से वैश्विक बाजार में हड़कंप मच गया है।
Trump पहले भी एल्यूमिनियम, स्टील, ऑटोमोबाइल और चीनी आयात पर भारी टैरिफ लगा चुके हैं। अब उनका कहना है कि America से सामान खरीदने वाले देशों पर भी वैसा ही Tariff लगाया जाएगा, जैसा वे America के उत्पादों पर लगाते हैं। इसे वे “reciprocal tariffs” यानी Reciprocal Tariffs कह रहे हैं। उन्होंने एयर फोर्स वन में पत्रकारों से कहा, “हम सभी देशों से शुरुआत करेंगे। जो भी देश हमारे टैरिफ नीति में आते हैं, उन पर असर पड़ेगा।”
इससे पहले White House के आर्थिक सलाहकार Kevin Hassett ने इशारा किया था कि America 10-15 देशों पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो सबसे ज्यादा व्यापार घाटे में हैं। लेकिन Trump ने साफ कर दिया कि यह हर देश के लिए लागू होगा। यह ऐलान उन देशों के लिए चिंता का कारण बन गया है, जिनका अमेरिका के साथ व्यापार असंतुलन है।
US Finance Minister स्कॉट बेसेन्ट ने उन 15 देशों को “Dirty 15” करार दिया है, जिनका America के साथ बड़ा व्यापार घाटा है। इन देशों में चीन, यूरोपीय संघ (EU), मैक्सिको, वियतनाम, ताइवान, जापान, दक्षिण कोरिया, कनाडा, भारत, थाईलैंड, स्विट्जरलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया, कंबोडिया और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
Trade विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह नीति सख्ती से लागू हुई, तो यह America और इन देशों के बीच व्यापार युद्ध छेड़ सकती है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह Tariff लागू होने के बाद कम भी किए जा सकते हैं या अस्थायी रूप से रोके जा सकते हैं, जैसा कि February में मैक्सिको और कनाडा के साथ देखा गया था।
Trump का यह फैसला दुनिया की economy को हिला सकता है। अब यह देखना होगा कि “Dirty 15” देश इसका क्या जवाब देते हैं और क्या वैश्विक व्यापार में एक नया तूफान आने वाला है।