राजस्थान में मानव मेटा न्यूमोवायरस (HMPV) के दो नए मामले सामने आए हैं। दोनों मरीजों को जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल प्रशासन और राज्य स्वास्थ्य विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
क्या है मामला
जयपुर एसएमएस अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, दोनों मरीजों में बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत जैसी लक्षण पाए गए थे। जांच के बाद पता चला कि वे HMPV से संक्रमित हैं। यह वायरस मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और बच्चों व बुजुर्गों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है।
मरीजों की स्थिति स्थिर
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि दोनों मरीजों की स्थिति फिलहाल स्थिर है और उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों की एक टीम उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
स्वास्थ्य विभाग सतर्क
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने जयपुर सहित पूरे राज्य में एचएमपीवी संक्रमण को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। अधिकारियों ने अस्पतालों को निर्देश दिया है कि वे इस वायरस से जुड़े मामलों की पहचान के लिए विशेष प्रोटोकॉल अपनाएं। साथ ही, जनता से अपील की गई है कि यदि किसी को बुखार या सांस लेने में समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
HMPV क्या है?
HMPV एक श्वसन संक्रमण फैलाने वाला वायरस है, जो बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। इसके लक्षण आमतौर पर फ्लू जैसे होते हैं, जिनमें बुखार, खांसी, गले में खराश और सांस लेने में परेशानी शामिल हैं। हालांकि, यह वायरस कोविड-19 की तरह व्यापक रूप से नहीं फैला है, लेकिन समय पर इलाज न मिलने पर यह गंभीर हो सकता है।
जनता के लिए सावधानियां
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जनता से कहा है कि वे श्वसन संक्रमण से बचाव के लिए मास्क पहनें, बार-बार हाथ धोएं और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें। साथ ही, किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होने पर तुरंत चिकित्सा परामर्श लें।
संक्रमण की रोकथाम के लिए कदम
राज्य सरकार ने एसएमएस अस्पताल समेत अन्य प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों में एचएमपीवी से जुड़ी निगरानी और उपचार सुविधाओं को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग ने एचएमपीवी से संबंधित जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रचार-प्रसार अभियान शुरू किया है।
स्थानीय लोगों में चिंता
दो नए मामलों के सामने आने के बाद जयपुर के स्थानीय निवासियों में चिंता देखी जा रही है। लोग इस वायरस को लेकर अधिक जानकारी और सतर्कता की मांग कर रहे हैं।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने आश्वासन दिया है कि स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।