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Monday, October 27, 2025

1966 में क्यों देश ने मनाया था एक सादगी भरा गणतंत्र दिवस ? पूरा देश शोक में था पर इंदिरा गांधी ने किया था नृत्य!

Republic Day 1966: इस साल का गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. लेकिन साल 1966 का रिपब्लिक डे बेहद सादगी से मनाया गया था, क्योंकि इससे ठीक 15 दिन पहले देश के प्रधानमंत्री की मौत हो गई थी. आइए, ये किसा जानते हैं

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Republic Day 1966: देश में कल यानी 26 जनवरी, 2025 को 76 वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा. इस बार का गणतंत्र दिवस बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाएगा. लेकिन करीब 59 साल पहले देश ने एक सादगी भरा गणतंत्र दिवस मनाया था, क्योंकि इसके ठीक 15 दिन पहले देश के प्रधानमंत्री की मौत हो गई थी.

आइए, जानते हैं ये पूरा किस्सा…

15 दिन पहले हुई थी PM की मौत

ये साल 1966 की बात है, तारीख थी 11 जनवरी. देश के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में थे. भारत और पाकिस्तान की 1965 की जंग के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधि सोवियत संघ के तत्कालीन प्रधानमंत्री अलेक्सेई कोजिगिन के कहने पर ताशकंद में मिल रहे थे यहां पर एक समझौता होना था. इसके समझौते के तहत दोनों देशों को अपनी सेना को 25 फरवरी, 1966 तक सीमा से पीछे हटानी थी. समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद PM लाल बहादुर शास्त्री की 11 जनवरी की रात को रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई.

आनन-फानन बनाई गईं नई PM

लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद देश में शोक की लहर दौड़ गई. गणतंत्र दिवस से ठीक दो दिन पहले इंदिरा गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाया गया था. इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री बनने के चांस दूर-दूर तक नहीं थे. लेकिन शास्त्री के निधन के बाद उन्हें आनन-फानन में देश की बागडोर सौंपी गई.

विदेशी मेहमान नहीं बुलाया

शास्त्री की मौत के 15 दिन बाद गणतंत्र दिवस तो मना, लेकिन इसमें वैसी रौनक नहीं देखने को मिली, जैसी आमतौर पर होती है. देश ने बेहद सादगी से गणतंत्र दिवस मनाया. ऐसा कहा जाता है कि गणतंत्र दिवस पर खानापूर्ति की गई थी. यहां तक की भारत ने किसी विदेशी मेहमान को भी आमंत्रित नहीं किया था.

इंदिरा गांधी ने किया था नृत्य

गणतंत्र दिवस की परेड में सब कुछ सूना लग रहा था. लेकिन इसमें थोड़ी जान तब आई, जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने लोक कलाकारों संग नृत्य किया. दरअसल, गणतंत्र दिवस पर नागालैंड के लोक कलाकारों की खूबसूरत झांकी निकल रही थी. इसे देख इंदिरा गांधी खुद को रोक नहीं पाईं और वह भी उनके साथ जाकर नृत्य करने लगीं.

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Shreya Bhushan
Shreya Bhushan
श्रेया भूषण एक भारतीय पत्रकार हैं जिन्होंने इंडिया टुडे ग्रुप के बिहार तक और क्राइम तक जैसे चैनल के माध्यम से पत्रकारिता में कदम रखा. श्रेया भूषण बिहार से आती हैं और इन्हे क्राइम से संबंधित खबरें कवर करना पसंद है
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