हेल्दी रहने के लिए जैसे शरीर को एक्सरसाइज की जरूरत होती है। वैसे ही, दिमाग को भी स्वस्थ रहने के लिए एक्सरसाइज की जरूरत होती है। हमारा दिमाग एक मसल की तरह है, जिसे नियमित एक्सरसाइज की जरूरत होती है।
अगर हम इसे एक्टिव नहीं रखेंगे, तो हमारी याददाश्त कमजोर हो सकती है। हम काम पर फोकस नहीं कर पाते हैं और धीरे-धीरे हमारी सोचने की क्षमता भी कम होने लग सकती है। लेकिन कुछ आसान ब्रेन एक्सरसाइज की मदद से हम अपनी याददाश्त को तेज और दिमाग को स्वस्थ रख सकते हैं। आइए जानते हैं 5 ब्रेन एक्सरसाइज के बारे में।
याददाश्त बढ़ाने के लिए ब्रेन एक्सरसाइज
मेडिटेशन
मेडिटेशन न सिर्फ तनाव कम करता है, बल्कि याददाश्त को भी मजबूत बनाता है। रोजाना 10-15 मिनट का मेडिटेशन दिमाग का फोकस बढ़ाता है और मेमोरी पावर को इम्प्रूव करता है।
कैसे करें?
- शांत जगह पर आंखें बंद करके बैठ जाएं।
- गहरी सांस लें और ध्यान को सांस पर फोकस करें।
- आपके दिमाग में अलग-अलग ख्याल आते रहेंगे, लेकिन उन पर ध्यान न दें और फिर से सांस पर ध्यान लगाएं।
पजल और ब्रेन गेम्स
सुडोकू, क्रॉसवर्ड, शतरंज और कई तरह के पजल गेम्स दिमाग के लिए बेहतरीन एक्सरसाइज हैं। ये गेम्स लॉजिकल थिंकिंग और मेमोरी को शार्प करते हैं।
कैसे करें?
- रोजाना 10 मिनट सुडोकू या क्रॉसवर्ड सॉल्व करें।
- शतरंज या अन्य स्ट्रैटेजी गेम्स खेलें।
- कई मोबाइल ऐप्स का भी पजल गेम्स के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
नई भाषा सीखना
नई भाषा सीखने से दिमाग के सेल्स एक्टिव होती हैं और याददाश्त बेहतर होती है। यह एक मजेदार तरीका है जिससे आप अपनी मेमोरी को शार्प कर सकते हैं।
कैसे करें?
- कुछ ऐप्स या डिक्शनरी की मदद से रोजाना नए शब्द सीखें।
- छोटे वाक्य बनाने की प्रैक्टिस करें।
- किसी भाषा की क्लास जॉइन करें।
याद करने की प्रैक्टिस (मेमोरी एक्सरसाइज)
रोजाना छोटी-छोटी चीजें याद करने की आदत डालें। जैसे- खरीदारी की लिस्ट, फोन नंबर या कविताएं याद करना।
कैसे करें?
- रोज 5 नए शब्द याद करें और उन्हें दोहराएं।
- किसी कहानी या आर्टिकल को पढ़कर उसकी समरी याद करें।
- कार्ड गेम्स जैसे “मेमोरी मैच” खेलें।
फिजिकल एक्सरसाइज
दिमाग और शरीर का गहरा संबंध है। रेगुलर एक्सरसाइज से ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे याददाश्त तेज होती है।
कैसे करें?
- रोजाना 30 मिनट वॉक, योग या स्विमिंग करें।
- डांस या एरोबिक्स जैसी एक्टिविटीज करें।
- ब्रेन हेल्थ के लिए प्राणायाम (अनुलोम-विलोम) करें।