Russia और Ukraine के बीच चल रही शांति वार्ता एक बार फिर उलझ गई है। Ukraine के President Volodymyr Zelensky ने साफ शब्दों में कहा है कि वह अपनी जमीन या सीमा से जुड़ी कोई भी बात सिर्फ Russia के President Vladimir Putin से ही करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी शांति वार्ता टीम को इस मुद्दे पर कोई अधिकार नहीं है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब Istanbul में Russia और Ukraine के प्रतिनिधियों के बीच दूसरी राउंड की बातचीत हो चुकी है। Zelensky ने हंगरी के एक मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि उनकी टीम सिर्फ मानवीय मुद्दों और युद्धविराम पर बातचीत कर सकती है, लेकिन देश की संप्रभुता पर नहीं।
Zelensky ने रूस के उस प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया जिसमें Ukraine से कहा गया था कि वह पांच क्षेत्रों पर Russia के कब्जे को माने, अपनी सेना हटाए, तटस्थ रहे और सैन्य ताकत कम करे। Zelensky ने इसे “सीधा अल्टीमेटम” कहा और बिना शर्त 30 दिन के युद्धविराम की मांग कर दी।
इसी बातचीत के दौरान दोनों देशों में युद्धबंदियों की अदला-बदली पर सहमति बनी। Ukraine ने रूस के कुछ घायल और बीमार सैनिकों को रिहा किया। एक वीडियो में देखा गया कि रूसी सैनिक झंडे लपेटे बसों में चढ़ रहे हैं। उन्हें पहले बेलारूस में इलाज मिलेगा, फिर उन्हें Russia भेजा जाएगा।
Volodymyr Zelenskyने इसे “मानवीय पहल का पहला चरण” बताया। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायल सैनिकों की रिहाई सबसे जरूरी थी।
इधर रूस ने भी 6,000 से ज्यादा Ukrainian soldiers के शव लौटाने की पेशकश की। शनिवार को जब 1,212 शव लौटाने की कोशिश की गई, तो Ukraine के अधिकारी नहीं पहुंचे।
अब सबकी नजर Zelensky और Putin की सीधी बातचीत पर है, जहां असली फैसला होगा – जंग रुकेगी या और भड़केगी?
