Maharashtra के Mumbai में एक परिवार में उस वक्त मातम पसर गया जब 14 साल के किशोर ने आत्महत्या कर ली। इस दुखद घटना के बाद उसकी मां ने Google और AI चैटबॉट को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
किशोर की माँ का आरोप है कि उनका बेटा इंटरनेट पर आत्महत्या से जुड़ी जानकारी खोजता था और AI चैटबॉट से बातचीत करता था, जिसने उसे इस खतरनाक कदम की ओर धकेला।
मां का कहना है कि उनका बेटा पिछले कुछ समय से इंटरनेट पर आत्महत्या से जुड़े सवाल सर्च कर रहा था। उसने कई बार Google पर “आत्महत्या करने के आसान तरीके” जैसे सवाल टाइप किए थे। इसके अलावा, वह एक AI चैटबॉट से भी बात करता था, जिससे उसे ऐसे जवाब मिले, जिनसे उसकी मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ा।
मां का आरोप है कि इन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की वजह से ही उनके बेटे ने यह खौफनाक कदम उठाया।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
इस घटना के बाद पुलिस ने किशोर के मोबाइल और लैपटॉप को जांच के लिए जब्त कर लिया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या वास्तव में AI चैटबॉट और गूगल की सर्च से मिली जानकारी ने उसे आत्महत्या के लिए प्रेरित किया। साइबर एक्सपर्ट्स इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या बच्चे को किसी गलत ऑनलाइन फोरम या ग्रुप से कोई प्रभावित कर रहा था।
बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा पर सवाल
इस मामले ने फिर से डिजिटल सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि माता-पिता को अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए और उनसे मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बातचीत करनी चाहिए।
सरकार और टेक कंपनियों से भी यह मांग उठ रही है कि वे ऐसे संवेदनशील मामलों को गंभीरता से लें और आत्महत्या से जुड़ी सामग्री और AI चैटबॉट्स पर सख्त नियंत्रण करें ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।