आपके साथ भी ऐसा जरूर हुआ होगा- अचानक आपकी आंख फड़कने लगी और किसी ने कह दिया, “कुछ अच्छा या बुरा होने वाला है!” दरअसल, हमारे समाज में आंख फड़कने को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं। कोई इसे शुभ संकेत मानता है, तो कोई इसे किसी अनहोनी का इशारा समझता है।
खास बात यह है कि अलग-अलग जगहों पर इसके अलग-अलग मतलब होते हैं, लेकिन क्या वाकई आंख फड़कना किसी आने वाली घटना की ओर इशारा करता है या फिर इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण छिपा है.
अगर आप भी इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आप ही के लिए है। यहां हम आपको विज्ञान के नजरिए से आंख फड़कने के असली कारणों को समझाएंगे और यह भी बताएंगे कि इससे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है।
आंख फड़कने के पीछे के वैज्ञानिक कारण
आंख फड़कना जिसे मेडिकल टर्म में Eye Twitching (मायोकिमिया) कहा जाता है, एक सामान्य स्थिति है। इसमें आंखों के आसपास की मांसपेशियां अनियंत्रित रूप से सिकुड़ने लगती हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। आइए जानें।
तनाव और थकान
अगर आप लंबे समय से तनाव में हैं या पूरी नींद नहीं ले पा रहे हैं, तो आपकी आंखों की मांसपेशियां थकान महसूस करने लगती हैं, जिससे उनकी हलचल बढ़ जाती है। लगातार काम करने, चिंता करने या नींद की कमी के कारण यह समस्या आम हो जाती है।
ज्यादा कैफीन या अल्कोहल
अगर आप बहुत ज्यादा चाय, कॉफी या अल्कोहल लेते हैं, तो यह आपकी नसों को एक्टिव कर सकता है। इससे मांसपेशियां असंतुलित हो जाती हैं और आंख फड़कने लगती है।
डिजिटल स्क्रीन का ज्यादा इस्तेमाल
आजकल मोबाइल, लैपटॉप और टीवी स्क्रीन का ज्यादा यूज आंखों की थकान को बढ़ा रहा है। अगर आप घंटों स्क्रीन के सामने बैठे रहते हैं, तो आपकी आंखें ड्राई हो जाती हैं और उनमें मांसपेशियों की हलचल बढ़ जाती है।