चीन और अमेरिका के बीच जारी टैरिफ वॉर एक बार फिर वैश्विक सुर्खियों में है। चीन ने अमेरिका द्वारा चीनी उत्पादों पर लगाए गए 50% अतिरिक्त शुल्क के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (WTO) में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। बीजिंग ने इस कदम को अमेरिका की “अनुचित व्यापार नीति” के खिलाफ जरूरी बताया है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “चीन ने अमेरिका द्वारा चीनी उत्पादों पर लगाए गए अतिरिक्त 50% टैरिफ के खिलाफ WTO में शिकायत दर्ज की है।” मंत्रालय ने आगे कहा कि यह टैरिफ वैश्विक व्यापार तंत्र के लिए नुकसानदायक है और इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अस्थिरता उत्पन्न हो सकती है।
इससे पहले भी चीन ने अमेरिका के खिलाफ कई बार WTO में शिकायतें दर्ज कराई थीं। लेकिन इस बार मामला और गंभीर बताया जा रहा है क्योंकि टैरिफ की दर काफी ऊंची है और इससे व्यापारिक रिश्तों पर बड़ा असर पड़ सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह विवाद जल्दी नहीं सुलझा, तो इसका असर न सिर्फ चीन और अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा, बल्कि वैश्विक सप्लाई चेन और निवेशकों की भावनाओं पर भी गहरा असर डालेगा।
