लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को आम आदमी पार्टी (AAP) के हाथों हार का सामना करना पड़ा। 23 जून को आए नतीजों के बाद कांग्रेस के भीतर और बाहर से गंभीर आरोपों की बाढ़ आ गई है।
पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता पर आरोप लगाया है कि उसने ‘आप’ के साथ मिलकर कांग्रेस के उम्मीदवार भारत भूषण आशु को हराने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान से गुप्त सौदा किया। जाखड़ ने कहा, “कांग्रेस की हार का कारण कुछ नेताओं का मुख्यमंत्री के सामने आत्मसमर्पण है।”
इस आरोप के जवाब में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा था कि ‘आप’ और बीजेपी के बीच भी एक गुप्त समझौता हुआ है। इसके बाद जाखड़ ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता अपनी पोल छुपाने के लिए बीजेपी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।
बीजेपी नेता ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर भी सवाल उठाए और कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की, जो गुप्त डील का संकेत है। उन्होंने कहा, “मैं जिस भ्रष्टाचार की बात कर रहा हूं, वह मान के आरोपों से जुड़ा है।”
इसी बीच कांग्रेस के भोलाथ विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने भी अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि कांग्रेस के कुछ शीर्ष नेता ‘आप’ के साथ मिलीभगत कर रहे हैं और चुनाव हारने के बावजूद उन नेताओं को उपचुनावों का प्रभारी बनाया जा रहा है। खैरा ने सवाल किया कि क्या किसी नेता ने अपने औद्योगिक घराने के फायदे के लिए इस तरह की मिलीभगत की है या ‘आप’ के किसी करीबी को उम्मीदवार बनाने में मदद की है।