बिहार के प्रसिद्ध पहलवान और ‘बिहार केसरी’ के नाम से मशहूर विवेकानंद सिंह का निधन हो गया। 2 अप्रैल 2025 की रात को पटना के आरोग्य अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। जानकारी के अनुसार, विवेकानंद सिंह को 27 मार्च को हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने के लिए पूरी कोशिश की, लेकिन बुधवार को उनका निधन हो गया। उनके निधन से बिहार समेत पूरे खेल जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
विवेकानंद सिंह बिहार के सबसे सम्मानित कुश्ती पहलवानों में से एक थे। उन्हें उनकी शानदार कुश्ती के कारण ‘बिहार केसरी’ की उपाधि दी गई थी। उन्होंने अपने करियर में कई प्रमुख मुकाबले जीते और बिहार का नाम रोशन किया। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके निधन से न केवल कुश्ती के प्रशंसकों को गहरा धक्का लगा, बल्कि राज्य के विभिन्न खेल और सामाजिक संगठनों ने भी शोक व्यक्त किया है।
विवेकानंद सिंह के पार्थिव शरीर को गुरुवार को उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनका निधन एक बड़ी क्षति है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो उन्हें एक आदर्श पहलवान के रूप में मानते थे। बिहार सरकार और खेल संगठनों ने उनके निधन पर शोक जताया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
विवेकानंद सिंह के परिवार में मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह उनके भाई थे, जो भी इस दुखद घटना से गहरे सदमे में हैं। इस शोकपूर्ण मौके पर आरजेडी के एमएलसी कार्तिक कुमार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए विवेकानंद सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने अंतिम संस्कार के बारे में जानकारी दी और लोगों से दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध किया।
विवेकानंद सिंह का निधन खेल जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है, और उनकी यादें हमेशा उनके चाहने वालों के दिलों में जीवित रहेंगी।