नेपाल में शुक्रवार तड़के 6.1 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे कई इलाकों में दहशत फैल गई। भूकंप का केंद्र हिमालयी देश के सिंधुपालचोक जिले के भैरवकुंडा में था और यह स्थानीय समयानुसार रात 2:51 बजे आया। जोरदार झटकों से लोग गहरी नींद से जाग गए और घबराकर घरों से बाहर निकल आए। Nepal के पूर्वी और मध्य क्षेत्रों के साथ-साथ भारत और तिब्बत के सीमावर्ती इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र ने भूकंप की पुष्टि की है और स्थानीय प्रशासन हालात का आकलन कर रहा है। अब तक किसी बड़े नुकसान या जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इससे कमजोर इमारतों को नुकसान पहुंच सकता है। राहत और बचाव दल किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
Nepal पहले भी विनाशकारी भूकंपों का शिकार हो चुका है, खासकर 2015 का भूकंप, जिसमें हजारों लोगों की जान गई थी। इस भयावह इतिहास को देखते हुए प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है और संभावित आफ्टरशॉक्स (भूकंप के बाद आने वाले झटकों) के लिए तैयार रहने को कहा है।
भूकंप के बाद स्थानीय लोग डरे हुए हैं और कई इलाकों में लोग अभी भी खुले स्थानों पर रुके हुए हैं। प्रशासन लोगों से अफवाहों से बचने और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील कर रहा है।
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