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Monday, April 28, 2025

Eknath Shinde को मिला महादजी शिंदे राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार

दिल्ली में हुआ सम्मान समारोह, मराठी साहित्य सम्मेलन पर भी की बड़ी घोषणा

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महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री Eknath Shinde को मंगलवार को दिल्ली में प्रतिष्ठित महादजी शिंदे राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने मराठी भाषा और साहित्य को बढ़ावा देने के लिए मराठी साहित्य सम्मेलन को दिल्ली में आयोजित करने की घोषणा की।

सम्मान समारोह के दौरान मीडिया से बात करते हुए, Eknath Shinde ने कहा, “मराठी साहित्य सम्मेलन दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है, जो हमारे लिए गर्व की बात है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए एनसीपी-एससीपी प्रमुख Sharad Pawar और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis मिलकर काम कर रहे हैं। मुझे महादजी शिंदे राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसके लिए मैं आयोजकों का आभार प्रकट करता हूं।”

मराठी साहित्य सम्मेलन मराठी लेखकों, कवियों और साहित्य प्रेमियों के लिए एक वार्षिक सम्मेलन है, जिसमें मराठी भाषा, साहित्य और संस्कृति पर चर्चा की जाती है। इस सम्मेलन का आयोजन अखिल भारतीय मराठी साहित्य महामंडल द्वारा किया जाता है। इस बार इसे दिल्ली में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है, जिससे मराठी भाषा और साहित्य को राष्ट्रीय स्तर पर अधिक पहचान मिलेगी।

इस विशेष अवसर पर केंद्रीय मंत्री Jyotiraditya Scindia, केंद्रीय सहकारिता एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री Murlidhar Mohol, वरिष्ठ लेखक Dr. Sadananda More और पद्मभूषण सम्मानित मूर्तिकार Ram Sutar मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के दौरान NCP (SP) प्रमुख Sharad Pawar और Eknath Shinde ने एक ही मंच साझा किया, जिससे राजनीतिक गलियारों में भी इस कार्यक्रम की चर्चा रही।

महादजी शिंदे मराठा साम्राज्य के एक प्रमुख सैन्य सेनापति और रणनीतिकार थे। उन्होंने 18वीं शताब्दी में मराठा शक्ति को पुनर्जीवित करने और उत्तरी भारत में मराठा प्रभाव को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे पेशवा माधवराव प्रथम के विश्वसनीय सेनापति थे और उनकी रणनीतियों ने मराठा साम्राज्य को फिर से खड़ा करने में मदद की। 1761 में पानीपत की तीसरी लड़ाई के बाद, जब मराठा शक्ति कमजोर हो गई थी, तब Mahadaji Shinde ने इसे फिर से मजबूत करने में अहम योगदान दिया।

यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने समाज, राजनीति, साहित्य, कला और संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया हो। पुरस्कार में 5 लाख रुपये की नकद राशि, एक सम्मान पत्र, एक प्रतीक चिन्ह और पारंपरिक शिंदेशाही पगड़ी प्रदान की जाती है। यह पुरस्कार Mahadaji Shinde की महानता और उनके योगदान को याद करते हुए, समाज में प्रेरणादायक कार्य करने वालों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है।

महादजी शिंदे राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि मराठा इतिहास और विरासत का प्रतीक है। यह पुरस्कार उन लोगों को प्रेरित करता है जो समाज और देश के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं। महादजी शिंदे की तरह, यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले व्यक्ति भी अपने क्षेत्र में उच्च आदर्शों और नेतृत्व का परिचय देते हैं।

इस कार्यक्रम में Eknath Shinde ने महाराष्ट्र सरकार की ओर से मराठी भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि मराठी भाषा को राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक पहचान दिलाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने साहित्यकारों और कलाकारों को सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।

महादजी शिंदे राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार से सम्मानित होना Eknath Shinde के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह न केवल मराठा इतिहास की महानता को दर्शाता है, बल्कि साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले वर्षों में इस पुरस्कार का और अधिक महत्व बढ़ेगा और यह समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।

 

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