467 दिनों तक चले इजरायल-हमास युद्ध का अंत अब संभव हो गया है। 15 जनवरी 2025 को कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने युद्धविराम समझौते की घोषणा की। यह समझौता 19 जनवरी 2025 से लागू होगा। इस डील को लेकर कई दौर की बातचीत कतर की राजधानी दोहा में हुई, जिसमें अमेरिका, कतर और मिस्त्र ने मध्यस्थता की।
युद्धविराम की शर्तें
युद्धविराम समझौते के तहत हमास ने बंधकों को रिहा करने और इजरायल ने फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने पर सहमति जताई है। पहले चरण में हमास 42 दिनों में 34 बंधकों को रिहा करेगा, जिसमें महिलाओं और बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके बदले इजरायल उत्तरी गाजा में लोगों को वापसी की अनुमति देगा और गाजा पट्टी के रिहायशी इलाकों से सैनिकों की वापसी करेगा।

दूसरे चरण में हमास सभी बंधकों को रिहा करेगा और इजरायल गाजा से पूरी तरह सैनिकों को हटा लेगा। तीसरे चरण में गाजा में पुनर्निर्माण परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी अमेरिका, कतर और मिस्त्र करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे अपनी प्रशासनिक सफलता बताया, जबकि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे अपनी चुनावी जीत का असर कहा। भारत ने भी इस युद्धविराम का स्वागत करते हुए कहा कि यह गाजा के लोगों के लिए मानवीय सहायता और स्थिरता लाने में मदद करेगा।
पृष्ठभूमि और असर
यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले से शुरू हुआ था, जिसमें इजरायल के 1,200 से अधिक नागरिकों की मौत हुई और 250 से अधिक लोग बंधक बनाए गए। अब इस युद्धविराम के साथ, क्षेत्र में शांति और पुनर्निर्माण की उम्मीद है
