कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को दिल्ली के सीलमपुर में अपनी पहली रैली करते हुए बीजेपी से ज्यादा आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लिया। उन्होंने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर आम आदमी पार्टी को घेरा। राहुल ने कहा, “केजरीवाल ने दिल्ली को पेरिस बनाने का वादा किया था, लेकिन आज यहां प्रदूषण और महंगाई चरम पर है।”
‘भ्रष्टाचार पर क्यों चुप हैं केजरीवाल?’
राहुल गांधी ने शीला दीक्षित की सरकार का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके समय में दिल्ली में विकास हुआ था। उन्होंने पूछा, “अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार मिटाने की बातें करते थे, लेकिन शीला दीक्षित पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का आज तक जवाब क्यों नहीं दिया गया?”

जातिगत जनगणना और ओबीसी का मुद्दा
रैली में राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना को कांग्रेस का प्रमुख मुद्दा बताया। उन्होंने कहा, “जब मैं जातिगत जनगणना की बात करता हूं तो पीएम मोदी और केजरीवाल चुप रहते हैं। कांग्रेस की सरकार बनते ही आरक्षण 50% से अधिक किया जाएगा और जातिगत जनगणना को संसद से पास करवाया जाएगा।” इस बयान के जरिए कांग्रेस ने ओबीसी और दलित वोटर्स को सीधा संदेश दिया है।
केजरीवाल का पलटवार
राहुल गांधी के आरोपों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जवाब दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “राहुल गांधी ने मुझे गालियां दीं, लेकिन मैं उनके बयानों पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। उनकी लड़ाई कांग्रेस बचाने की है, मेरी लड़ाई देश बचाने की है।”
विधानसभा चुनाव की रणनीति स्पष्ट
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भले ही विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में दोनों दल आमने-सामने हैं। राहुल गांधी के सीधे हमलों से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस अब दिल्ली में केजरीवाल सरकार के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाने जा रही है।
राहुल गांधी की रैली से कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव के लिए अपनी प्राथमिकताएं और एजेंडा स्पष्ट कर दिया है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच बढ़ता टकराव आगामी चुनावों को और दिलचस्प बनाएगा।
