BPSC 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा को दोबारा आयोजित कराए जाने की मांग को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन सोमवार को एक बार फिर पटना में देखने को मिला। Khan Sir के नेतृत्व में हजारों की संख्या में छात्र पटना के गर्दनीबाग में इकट्ठा हुए और बिहार लोक सेवा आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्र परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की मांग पर अड़े हुए नजर आए। इस दौरान विरोध का नेतृत्व कर रहे Khan Sir ने सरकार को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि हम यहां से परीक्षा दोबारा आयोजित करा कर ही रहेंगे। Khan Sir ने कहा, “छात्रों की नाराजगी इस सरकार को काफी महंगी पड़ेगी, सरकार अगर चाहती है कि 2025 के चुनाव को जीतना तो इन छात्रों की मांग को मान ले, नहीं तो यह छात्र भूलने वाले नहीं है। सरकार को फैसला हमारे पक्ष में ही लेना होगा और हम परीक्षा दोबारा करा कर ही रहेंगे”।
री एग्जाम सरकार के लिए अच्छा है: Khan Sir
कोचिंग संचालक और शिक्षक Khan Sir हजारों छात्रों के साथ सड़कों पर उतरे। उन्होंने परीक्षा में अनियमितता के आरोप लगाए। साथ ही री एग्जाम करने की मांग की। Khan Sir ने कहा, “हम दोबारा परीक्षा चाहते हैं और सरकार को 70वीं BPSC के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित करनी होगी। हमारी कोई राजनीतिक आकांक्षा नहीं है। दोबारा परीक्षा कराना सरकार के लिए अच्छा है, अगर वह इसका संचालन करेंगे तो इससे उन्हें फायदा होगा”।
हाई कोर्ट में चल रहा मामला
बता दें कि BPSC की जिस परीक्षा को दोबारा आयोजित कराए जाने की मांग छात्रों और Khan Sir की और से की जा रही है वह मामला पटना हाई कोर्ट में भी चल रहा है। इस मामले की पहली सुनवाई 16 जनवरी को हुई थी। उसे सुनवाई में सरकार को 30 जनवरी से पहले BPSC के एफिडेविट देने को कहा था। हालांकि कोर्ट ने PT एग्जाम पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। 17 फरवरी को इस मामले में अहम सुनवाई हो सकती है।BPSC 70वीं PT री एग्जाम को लेकर Prashant Kishore समेत कई अन्य याचिकाएं पटना हाई कोर्ट में दायर की गई है। Khan Sir ने कुछ दिन पहले इस मामले में खुद के पास हम सबूत होने का दावा किया था।
BPSC पर लगने वाले आरोप और छात्रों की आपत्ति
बता दें कि 13 दिसंबर 2024 को आयोजित हुई BPSC 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा को लेकर छात्रों को यह आपत्ति है की परीक्षा में गड़बड़ी के बावजूद आयोग इसे छिपा रहा है। छात्रों का कहना है की परीक्षा वाले दिन कई सेंटर पर प्रश्न पत्र आधा घंटे की देरी से मिला था तो वहीं कुछ कैंडिडेट्स को प्रश्न पत्र जल्दी मिल गया था। इसके अलावा प्रश्न पत्र कटे-फटे भी थे। पेपर की सील पहले से ओपन थी और केंद्र के अंदर ग्रुप में कैंडीडेट्स OMR शीट भर रहे थे।
23 जनवरी को जारी किया गया था रिजल्ट
BPSC 70वीं सीसीई प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम 23 जनवरी को घोषित किया गया था। परीक्षा में शामिल हुए 3,28,990 उम्मीदवारों में से 21,581 सफल हुए। परीक्षा के लिए लगभग 5.76 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। BPSC की परीक्षा सबसे प्रथम बार 13 दिसंबर को आयोजित की गई थी जिसमें छात्रों ने पेपर लिखकर आरोप लगाए। इसके बाद 4 जनवरी को उन छात्रों के लिए पटना के बापू परीक्षा भवन पर दोबारा से परीक्षा आयोजित की गई।
Guru Rehman भी आंदोलन में शामिल
छात्रों के इस प्रदर्शन को प्रतियोगी परीक्षा विशेषज्ञ Guru Rehman का भी समर्थन मिला। उन्होंने कहा कि आज का दिन हम है क्योंकि इस मुद्दे पर जल्द ही कोई फैसला होने की उम्मीद है। उन्होंने इसे ‘महाजुटान’ करार दिया और बताया कि इस मामले की सुनवाई कोर्ट में भी होनी है। छात्रों के स्पष्ट मांग है की परीक्षा को रद्द कर पुनर्परीक्षा कराई जाए। इस विरोध प्रदर्शन से यह साफ है कि अभ्यर्थी इस बार किसी भी सूरत में पीछे हटने को तैयार नहीं है। यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो यह आंदोलन और बड़ा रूप ले सकता है।