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Friday, November 14, 2025

Myanmar, Thailand और Bangkok में भूकंप से तबाही: मरने वालों की संख्या 700 के करीब, 1,670 घायल

Business Headline को मिली ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या 700 के करीब पहुंच गई है, जबकि 1,670 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।

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भूकंप के बाद बचाव अभियान जारी, बढ़ सकती है हताहतों की संख्या

New Delhi : Myanmar, Thailand और Bangkok में आए भीषण भूकंप ने भारी तबाही मचाई है।

Business Headline को मिली ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्राकृतिक आपदा में मरने वालों की संख्या 700 के करीब पहुंच गई है, जबकि 1,670 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।

बचाव कार्य तेजी से जारी है और राहत Agencies मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रही हैं।

भूकंप की तीव्रता और प्रभावित क्षेत्र

शुक्रवार को आए इस शक्तिशाली भूकंप की तीव्रता 6.8 Reactor मापी गई। भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में बताया जा रहा है, लेकिन इसके झटके Thailand, Bangkok और आसपास के अन्य इलाकों में भी महसूस किए गए।

कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और सड़कों पर बड़े-बड़े दरारें आ गई हैं।

बचाव और राहत कार्य जोरों पर

स्थानीय प्रशासन और राहत Agencies लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए सेना, आपदा प्रबंधन दल और स्वयंसेवी संगठनों को तैनात किया गया है।
Thailand और Bangkok में भी इमारतों के ढहने से लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने का प्रयास जारी है।

 

भूकंप से मची तबाही के दृश्य

कई बड़ी इमारतें धराशायी हो गईं, जिससे दर्जनों लोग मलबे में दब गए।

अस्पतालों में घायलों की संख्या लगातार बढ़ रही है और Doctor की टीम 24 घंटे काम कर रही है।

कई जगहों पर बिजली और संचार सेवाएं ठप हो गई हैं, जिससे राहत कार्यों में बाधा आ रही है।

Thailand और Myanmar के Airport पर यातायात प्रभावित हुआ है, जिससे कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।

 

भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स का खतरा:

भूकंप विशेषज्ञों ने अगले 48 घंटों में आफ्टरशॉक्स (भूकंप के झटके) आने की संभावना जताई है। लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।

अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील

Myanmar और Thailand सरकार ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों से आपातकालीन सहायता की अपील की है। कई देशों ने राहत भेजने का आश्वासन दिया है, जबकि स्थानीय संगठनों ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।

स्थिति पर नजर बनी हुई है और बचाव कार्यों में तेजी लाई जा रही है।

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