Delhi की सड़कों पर बढ़ती बिजली कटौती को लेकर हंगामा मचा हुआ है। गर्मी की शुरुआत के साथ ही कई इलाकों में लगातार पावर कट की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता और Delhi की विपक्ष की नेता (LoP) आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब से दिल्ली में BJP की सरकार बनी है, तब से 24 घंटे बिजली देने वाला मॉडल पूरी तरह से फेल हो चुका है।
Atishi ने कहा कि BJP सरकार को प्रशासन चलाना ही नहीं आता। “दिल्ली में जैसे-जैसे बीजेपी ने सत्ता संभाली, वैसे-वैसे पावर कट बढ़ने लगे। सोशल मीडिया पर हर दिन बिजली कटौती की शिकायतें देखने को मिल रही हैं। दिल्ली सरकार के आंकड़े बताते हैं कि 1 मार्च से कई इलाकों में पावर कट में भारी इज़ाफा हुआ है,” Atishi ने press conference में कहा। उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा, “BJP को सरकार चलानी ही नहीं आती, इसीलिए आज Delhi में 24 घंटे बिजली देने वाला मॉडल बर्बाद हो चुका है।”

AAP का कहना है कि पिछले 10 सालों में जब Arvind Kejriwal की सरकार थी, तब Delhi में लोग इन्वर्टर और जेनरेटर का नाम तक भूल चुके थे। Atishi ने कहा, “पहले दिल्ली के लोग हर साल नई इन्वर्टर बैटरी खरीदते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होता था, क्योंकि बिजली की कोई समस्या नहीं थी। लेकिन अब वही दिन लौट आए हैं।”
Delhi के Burari इलाके में बिजली संकट को लेकर स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और बिजली विभाग के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि घंटों बिजली गुल रहने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इस मुद्दे पर दिल्ली के Chief Minister Arvind Kejriwal भी BJP सरकार पर बरस पड़े। उन्होंने कहा कि Delhi में बिजली संकट जानबूझकर पैदा किया जा रहा है और BJP सरकार इस स्थिति को और बदतर बना रही है।
बिजली संकट के साथ-साथ AAP ने BJP पर महिला समृद्धि योजना 2025 को लेकर भी वादा खिलाफी का आरोप लगाया है। Atishi ने दावा किया कि BJP सरकार ने दिल्ली की महिलाओं को 8 मार्च तक 2500 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन अब वह अपना ही वादा तोड़ रही है। उन्होंने कहा, “जब AAP विधायकों ने विधानसभा में इस मुद्दे पर सवाल पूछा, तो उन्हें सदन से बाहर निकाल दिया गया। इससे साफ हो जाता है कि BJP का इरादा यह पैसा देने का था ही नहीं।”
Delhi की राजनीति में बिजली संकट और वादाखिलाफी के इस मुद्दे ने एक बार फिर हलचल मचा दी है। अब देखना यह होगा कि BJP सरकार इन आरोपों पर क्या सफाई देती है और दिल्ली की जनता को इस बिजली संकट से कब राहत मिलती है।
