वक्फ संशोधन विधेयक, 2025 को लेकर देश की सियासत लगातार गर्म होती जा रही है। अब इस विधेयक के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने सुप्रीम कोर्ट का रुख कर लिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना में एक प्रेस वार्ता कर इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
तेजस्वी यादव ने स्पष्ट कहा कि, “अगर बिहार में हमारी सरकार बनी तो इस बिल को कूड़ेदान में फेंक देंगे।” उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की लड़ाई सिर्फ सदन में नहीं, बल्कि सड़क और न्यायालय तक लड़ी जाएगी। तेजस्वी ने आरजेडी की ओर से इस विधेयक के विरोध में की गई हरकतों की जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी के सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा में बिल के खिलाफ मतदान किया।
उन्होंने कहा, “यह विधेयक असंवैधानिक है। संविधान के अनुच्छेद 26 का उल्लंघन करता है, जो धार्मिक संस्थाओं को अपने मामलों का संचालन करने की स्वतंत्रता देता है। बीजेपी ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है और असल मुद्दों से जनता का ध्यान भटका रही है।”
तेजस्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी नेताओं पर भी तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा, “जो लोग टीवी पर मुसलमानों को गाली देते हैं, संसद में मुस्लिम सांसदों को ‘मुल्ला’ कहते हैं, ‘गोली मारो’ के नारे लगाते हैं, वे अब मुसलमानों का भला करने की बात करते हैं – यह ढोंग जनता समझ चुकी है।”
आरजेडी नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिप्पणी करने से तो परहेज़ किया लेकिन कहा कि, “उनकी हालत देखकर चिंता होती है। जो पार्टियां खुद को सेक्युलर कहती हैं और इस बिल का समर्थन कर रही हैं, उनका असली चेहरा सामने आ गया है।”
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि आरएसएस और बीजेपी का असली निशाना मुसलमान ही नहीं बल्कि दलित, पिछड़ा और आदिवासी समाज है। उन्होंने कहा कि, “आज मुसलमान निशाने पर हैं, कल दलित-पिछड़ा होंगे। हम इस साजिश को सफल नहीं होने देंगे।”
तेजस्वी ने दोहराया कि RJD इस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट तक ले गई है और जब तक न्याय नहीं मिलता, लड़ाई जारी रहेगी। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि इस विधेयक का खामियाजा एनडीए को भुगतना पड़ेगा।