जनसुराज अभियान के तहत बिहार दौरे पर निकले प्रशांत किशोर ने एक बार फिर राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि “राहुल गांधी दिल्ली में बैठकर बिहारियों पर हंसते हैं और यहां आकर ज्ञान बांटते हैं।” उन्होंने तंज कसते हुए पूछा कि क्या राहुल गांधी ने कभी बिहार के किसी गांव में एक रात भी बिताई है?
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के शासनकाल पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था आज लालू यादव के दौर से भी बदतर स्थिति में है। राज्य में सरकारी स्कूलों की हालत चिंताजनक है और युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए किशोर ने कहा कि जब मोदी गुजरात जाते हैं तो वहां की जनता को गिफ्ट सिटी और सोलर पार्क का सपना दिखाते हैं, लेकिन जब बिहार आते हैं तो सिर्फ चार किलो अनाज की बात करते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी ने मोतिहारी की चीनी मिल को फिर से शुरू करने का वादा किया था, लेकिन उसकी जमीन भाजपा कार्यकर्ताओं को बेच दी गई।
तेजस्वी यादव को लेकर किशोर ने कहा कि वे सिर्फ लालू यादव के बेटे हैं, कोई खास उपलब्धि लेकर नहीं आए हैं। उनकी पहचान केवल वंशवाद के कारण है, न कि किसी ठोस जनकार्य या नीति के आधार पर।
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि बिहार को अब नेताओं के भाषण नहीं, बल्कि ठोस नीतियों और जमीनी बदलाव की ज़रूरत है। उनका यह बयान बिहार की राजनीति में एक नई बहस की शुरुआत कर सकता है।