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Sunday, December 14, 2025

तीन तलाक के खिलाफ जंग लड़ने वाली Saira Bano को बड़ा इनाम, Uttarakhand महिला आयोग की उपाध्यक्ष बनीं

तीन तलाक के खिलाफ जंग लड़ने वाली Saira Bano को बड़ा इनाम, Uttarakhand महिला आयोग की उपाध्यक्ष बनीं

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Uttarakhand की Pushkar Singh Dhami सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए तीन तलाक के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने वाली सायरा बानो को Uttarakhand महिला आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। Saira Bano वही नाम हैं, जिन्होंने तीन तलाक के खिलाफ Supreme Court में याचिका दायर कर इस कुप्रथा को खत्म करने की लड़ाई लड़ी थी।

काशीपुर, उधमसिंह नगर की रहने वाली Saira Bano साल 2016 में तब चर्चा में आईं, जब उन्होंने Supreme Court में तीन तलाक, निकाह हलाला और मुस्लिमों में बहुविवाह प्रथा को खत्म करने की मांग को लेकर याचिका दायर की थी। उनकी इस कानूनी जंग का असर पूरे देश में देखने को मिला और 22 अगस्त 2017 को Supreme Court ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार दे दिया।

Saira की शादी 2002 में Allahabad के एक व्यक्ति से हुई थी, लेकिन उन्हें टेलीग्राम के जरिए तलाकनामा भेज दिया गया। इस झटके ने उनकी जिंदगी बदल दी और उन्होंने इंसाफ के लिए Supreme Court का दरवाजा खटखटाया। उनका कहना था कि तीन तलाक महिलाओं के मौलिक अधिकारों का हनन करता है और इसे खत्म किया जाना चाहिए।

2019 में केंद्र सरकार ने तीन तलाक को गैरकानूनी घोषित करने वाला कानून पास किया, जिससे Saira Bano की लड़ाई को एक ऐतिहासिक जीत मिली। इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया और महिलाओं को न्याय दिलाने की मुहिम में जुट गईं।

Saira Bano की इस नई जिम्मेदारी को लेकर अब हर तरफ चर्चा हो रही है। उनके समर्थक इसे महिलाओं के हक में लिया गया बड़ा कदम बता रहे हैं, वहीं विरोधियों का कहना है कि यह महज राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश है। लेकिन एक बात तो तय है, सायरा बानो की कहानी अब लाखों महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी है और Uttarakhand सरकार का यह फैसला इसे और भी मजबूत बना रहा है।

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