मुंबई हमले के आरोपी और खूंखार आतंकी Tahavvur Rana को आखिरकार America से India लाया गया। सालों की कानूनी लड़ाई और इंतज़ार के बाद अब वह भारतीय कानून के शिकंजे में है। Delhi में NIA की विशेष अदालत में उसके खिलाफ केस चलेगा और उसे तिहाड़ जेल में रखा गया है।
India सरकार इस कार्रवाई को बड़ी कूटनीतिक जीत मान रही है। वहीं विपक्ष भी इस कदम की तारीफ कर रहा है। NCP-SP नेता Majid Menon ने कहा कि Rana का India आना निश्चित ही सरकार की बड़ी सफलता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अमेरिका को यह फैसला बहुत पहले लेना चाहिए था, लेकिन अब हमें इस पर खुशी मनानी चाहिए कि इंसाफ की ओर एक मजबूत कदम बढ़ा है।
सरकार ने इस मामले में एक अनुभवी वकील Narendra Mann को विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया है, जो अगले तीन सालों तक तहव्वुर राणा के खिलाफ पैरवी करेंगे। नरेंद्र मान ने इससे पहले SSC पेपर लीक जैसे अहम मामलों में अपनी भूमिका निभाई है। उनका लंबा अनुभव ही सरकार के भरोसे की वजह बना है।
अब देश की निगाहें इस हाई प्रोफाइल मामले की सुनवाई पर टिकी हैं। इससे पहले जब अजमल कसाब को पकड़कर भारत लाया गया था, तो वकील उज्ज्वल निकम ने उसकी कड़ी पैरवी की थी और उसे फांसी की सजा दिलाई थी। अब सवाल है — क्या Tahavvur Rana को भी वही अंजाम मिलेगा?
तिहाड़ की कड़ी सुरक्षा में रखा गया Rana अब कानून के कटघरे में खड़ा होगा। Mumbai हमले में 166 बेगुनाहों की जान लेने वाले इस साजिशकर्ता को आखिरकार अपने अपराधों का हिसाब देना ही होगा। देश को अब इंसाफ की उम्मीद है — और इस बार, कोई चूक नहीं होगी।
