Donald Trump ने एक बार फिर विदेशी छात्रों को बड़ा झटका दे दिया है। Trump प्रशासन ने दुनिया भर के US embassies को नया आदेश दिया है—अब कोई नया स्टूडेंट वीज़ा या एक्सचेंज वीज़ा इंटरव्यू नहीं होगा। ये रोक तुरंत लागू हो गई है।
अब America में पढ़ाई करने के लिए वीज़ा चाहिए तो पहले आपकी सोशल मीडिया जांच होगी। यानी आपने फेसबुक, इंस्टाग्राम या ट्विटर पर क्या पोस्ट किया है, वो भी अब आपके वीज़ा पर असर डालेगा।
US Secretary of State Marco Rubio ने साफ कहा है कि जब तक सोशल मीडिया की जांच का नया सिस्टम नहीं बनता, तब तक किसी भी छात्र या एक्सचेंज विज़िटर का इंटरव्यू नहीं लिया जाएगा।
इस फैसले से उन लाखों छात्रों को बड़ा झटका लगा है जो America में पढ़ाई का सपना देख रहे थे। America में हर साल 11 लाख से ज़्यादा विदेशी छात्र पढ़ने आते हैं। ये छात्र अमेरिका की अर्थव्यवस्था में 43.8 अरब डॉलर जोड़ते हैं और 3.78 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी भी मिलती है।
लेकिन Trump को लगता है कि कुछ विदेशी छात्र America में “गड़बड़ी” फैला रहे हैं। पहले उन्होंने उन छात्रों पर नजर रखी जो फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्ट कर रहे थे। अब सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखने से वीज़ा रुक सकता है।
Trump का गुस्सा Harvard University पर भी फूटा। उन्होंने हार्वर्ड से विदेशी छात्रों की पूरी लिस्ट मांगी है। यहां तक कि Harvard से इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को एडमिशन देने का अधिकार भी छीनने की कोशिश की, लेकिन कोर्ट ने रोक लगा दी।
अब सवाल ये है — क्या America पढ़ाई का सपना अब सपना ही रह जाएगा? क्या सोशल मीडिया पर एक पोस्ट आपकी आगे की ज़िंदगी तय करेगी?
