America के पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump ने एक नई व्यापार नीति की घोषणा की है, जिसमें उन्होंने ‘रिसिप्रोकल टैरिफ’ (पारस्परिक शुल्क) लागू करने की बात कही है। इसके तहत अमेरिका उन्हीं दरों पर शुल्क वसूलेगा, जिन दरों पर अन्य देश अमेरिकी सामान पर टैक्स लगाते हैं। ट्रंप ने कहा कि इस कदम से अन्य देशों की अनुचित व्यापार नीतियों पर लगाम लगेगी और अमेरिकी व्यापार को समान अवसर मिलेगा।
सोमवार को Trump ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट साझा करते हुए कहा, “न्यायसंगत व्यापार के लिए मैंने फैसला किया है कि अमेरिका भी अन्य देशों पर वही शुल्क लगाएगा, जो वे हम पर लगाते हैं – न ज्यादा, न कम!”
Trump ने कहा कि यह नीति सिर्फ शुल्क तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि अन्य देशों द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी (अनुदान), गैर-आर्थिक व्यापार बाधाओं (नॉन-मोनेटरी ट्रेड बैरियर्स) और वैट (VAT) सिस्टम को भी ध्यान में रखा जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई देश अमेरिका पर ऊंचा शुल्क लगाना अन्यायपूर्ण मानता है, तो उसे सिर्फ अपने शुल्क कम करने होंगे।
ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि कई देश ऐसे नियम और बाधाएं लागू करते हैं, जिनसे अमेरिकी उत्पादों को उनकी बाजार में प्रवेश करने से रोका जाता है। उन्होंने कहा, “हम इन गैर-आर्थिक व्यापार बाधाओं की सही लागत का आकलन कर सकते हैं। यह प्रणाली सभी के लिए निष्पक्ष होगी, और यदि कोई देश इसे अधिक मानता है, तो उसे सिर्फ अपना शुल्क घटाना होगा।”
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका “कई सालों से अन्य देशों से व्यापार में नुकसान उठा रहा है, चाहे वे मित्र राष्ट्र हों या विरोधी।” उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका ने वर्षों तक अन्य देशों की मदद की है और अब वक्त आ गया है कि वे अमेरिका के साथ निष्पक्ष व्यवहार करें।
उन्होंने अपने प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इस नई व्यापार नीति को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। इसके लिए उन्होंने विदेश मंत्री, वाणिज्य मंत्री, वित्त मंत्री और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (USTR) को जिम्मेदारी सौंपी है।
ट्रंप ने यह भी कहा कि जो कंपनियां अमेरिका में निर्माण करेंगी, उन्हें किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। उनके मुताबिक, इस नीति से अमेरिका को आर्थिक मजबूती मिलेगी और व्यापार में पारदर्शिता और निष्पक्षता आएगी।
ट्रंप की इस घोषणा के बाद अंतरराष्ट्रीय व्यापार जगत में क्या प्रतिक्रिया होती है, यह देखना बाकी है। कई देशों ने पहले भी अमेरिका की कड़े व्यापारिक नीतियों पर चिंता जताई है। अब यह नीति वैश्विक व्यापार संबंधों को किस तरह प्रभावित करेगी, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।
नोट: हम बिजनेस हेडलाइन (BH) में अपनी नैतिकता को बहुत गंभीरता से लेते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी यहाँ प्राप्त की जा सकती है।
