Donald Trump के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद से चीन के लिए चुनौतियां बढ़ते जा रही हैं। ट्रंप ने चीन से आयातित वस्तुओं पर अधिक तारीफ लगाने की बात कही है।
जिससे चीन उत्पाद अमेरिका में महंगी हो जाएंगे और चीनी कंपनियों को नुकसान होगा। इस स्तिथि में भारत, चीन के लिए संकट को अपने लिए अवसर में बदलने की कोशिश कर रहा है। FIEO ने अमेरिका को निर्यात बढ़ाने के लिए पांच प्रमुख सेक्टर पर फोकस करने की रणनीति तैयार की है। यह सेक्टर है इलेक्ट्रॉनिक्स, खिलौने, कपड़े, केमिकल और लेदर। ट्रंप द्वारा चीन पर उच्च टैरिफ लगाने की योजना को नजर रखते हुऐ, भारत में सेक्टर में अमेरिका को निर्यात बढ़ाकर चीन को टक्कर देने का लक्ष्य रख रहा है।
यदि भारत की रणनीति सफल रही तो इससे चीन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। ट्रंप ने भारत पर कोई टैरिफ नहीं लगाया है, जबकि चीन के उत्पादों पर बड़े हुए टैरिफ के कारण उनका सामान महंगा होगा। चीन के सामान की बिक्री में कमी आने से उसकी अर्थव्यवस्था और कंपनियों पर पर दबाव पड़ेगा।
पिछले कुछ वर्षों में भारत से अमेरिका को निर्यात में तेजी आई है। 2071 से 2023 के बीच भारत का अमेरिका के साथ एक्सपोर्ट 36.8 अरब डॉलर बढ़ा है। भारतीय उत्पादों के एक्सपोर्ट में प्रमुख रूप से स्मार्टफोन, टेलीकॉम डिवाइसेज, कपड़े, मोटर वाहन के कल पुर्जे और इलेक्ट्रिक ट्रांसफार्मर जैसी वस्तुओं में काफी बढ़ोतरी हुई है।
ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कनाडा मेक्सिको और चीन के खिलाफ भारी भरकम टैरिफ लगाने की बात कही है। जिससे तीनों देशों को परेशान कर दिया है। हालांकि, चीन ने ट्रंप के टैरिफ युद्ध से निपटने के लिए अपनी कंपनियों को भारी भरकम फंड देने का फैसला किया है।
लेकिन कनाडा और मेक्सिको जिनकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है उनके लिए मुश्किलें काफी है।