इंसान और प्रकृति का जुड़ाव बहुत गहरा है जितना आप प्रकृति से जुड़े रहेंगे उतने ही स्वस्थ और ताजा खुद को महसूस कर सकेंगे साथ ही बॉडी को फिट रखने के लिए एक्सरसाइज बहुत ही जरूरी है लेकिन कई बार इसके लिए वक्त निकाल पाना बड़ा ही मुश्किल होता है तो ऐसे में बागवानी Gardening एक अच्छा ऑप्शन है। जो आपको चुस्त-दुरुस्त रखने में आप की मदद करेगा ।
तनाव दूर करने में मददगार
जी हां, गॉर्डनिंग एक तरह की थेरेपी है। महज 40 से 50 मिनट की बागवानी कई समस्याओं से दिलाएगी आप को राहत।कई स्टडी में यह पाया गया है कि गार्डनिंग करने वाले लोग उन लोगों की तुलना में ज्यादा स्ट्रेस फ्री रहते हैं जो बागवानी नहीं करते। दरअसल, बागवानी करने से माइंड रिलैक्स रहता है और इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है। गार्डनिंग करने वाले लोगों में कॉर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) का लेवल कम होता है, जो तनाव दूर करने में मददगार है। बागवानी करने से इम्युनिटी बढ़ती है जिससे कई सारी संक्रामक बीमारियों के होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं। इतना ही नहीं इससे कोलेस्ट्रोल, ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है। शरीर फिट एंड फाइन रहता है।
एक्सरसाइज के लिए टाइम नहीं निकाल पाते
उन लोगों के लिए बागवानी बहुत ही बेहतरीन एक्सरसाइज है जो एक्सरसाइज के लिए टाइम नहीं निकाल पाते या फिर उसे करने में आलस आता है। गार्डनिंग से पूरे शरीर की एक्सरसाइज हो जाती है बॉडी की सारी मसल्स एक्टिव हो जाती हैं। गार्डनिंग के दौरान खुदाई, गुड़ाई, सिंचाई जैसी गतिविधियों के चलते शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सुधरता है और इससे हार्ट भी हेल्दी रहता है।
याददाश्त को बेहतर बनाए
गार्डनिंग करने से याददाश्त को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है, दरअसल, 3,000 वयस्कों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि गार्डनिंग यानी बागवानी करने वाले लोगों को भूलने की बीमारी का खतरा अन्य लोगों की तुलना में 36 फीसदी तक कम होता है. गार्डनिंग के दौरान की जानेवाली गतिविधियां दिमाग को एक्टिव बनाए रखने में मदद करती हैं, जिससे दिमाग की कार्यक्षमता और याद रखने की क्षमता में इजाफा होता है.