India और Pakistan के बीच बढ़ते तनाव के बीच Pakistan ने एक बार फिर China से आर्थिक मदद की अपील की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Pakistan ने China से अपनी मौजूदा स्वैप लाइन को 10 अरब युआन तक बढ़ाने की मांग की है। यह कदम Pakistan के Finance Minister Muhammad Aurangzeb ने किया है, जिन्होंने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया। उनका कहना था कि 2025 के अंत तक Pakistan पांडा बॉन्ड लॉन्च करेगा, जिससे देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने की कोशिश की जाएगी।
Pakistan पहले से China से 30 अरब युआन की स्वैप लाइन का लाभ उठा रहा है, लेकिन अब Pakistan चाहता है कि इसे बढ़ाकर 40 अरब युआन किया जाए। यह swap line Pakistan को विदेशी मुद्रा तरलता उपलब्ध कराती है, जिससे वित्तीय संकट के दौरान उसे मदद मिल सकती है। Aurangzeb ने इस बारे में कहा कि यह कदम Pakistan की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने में मददगार साबित होगा, खासकर तब जब देश को वित्तीय दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
Pakistan के वित्त मंत्री ने कहा कि इस आर्थिक संघर्ष के बीच दोनों देशों के रिश्ते और भी तनावपूर्ण हो गए हैं, खासकर Pahalgam आतंकी हमले के बाद। Pakistan पर आरोप है कि उसने Kashmir में आतंकवाद को बढ़ावा दिया है, जबकि India ने Pakistan पर आरोप लगाते हुए Indus Water Treaty को निलंबित कर दिया। दोनों देशों के बीच व्यापार पहले ही गिरकर केवल 1.2 अरब डॉलर रह गया है।
India और Pakistan के बीच यह diplomatic tension न केवल सैन्य मामलों तक सीमित है, बल्कि अब यह आर्थिक संबंधों पर भी गहरा असर डालने लगा है। Pakistan की स्वैप लाइन की बढ़ोतरी की मांग इस बात का संकेत है कि वह अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।