भारतीय शेयर बाजार बुधवार, 8 जनवरी 2025 को कमजोर वैश्विक संकेतों और विभिन्न क्षेत्रों में बिकवाली के कारण नकारात्मक क्षेत्र में खुला। सुबह 9:24 बजे तक, बीएसई सेंसेक्स 193 अंक गिरकर 78,006.42 पर आ गया था, जबकि एनएसई का निफ्टी50 इंडेक्स 53.65 अंक की गिरावट के साथ 23,654.25 पर ट्रेड कर रहा था। यह गिरावट वैश्विक बाजारों में मिचलने वाले रुझानों के कारण देखी जा रही है।
वैश्विक संकेतों का असर
आज के कारोबार में वैश्विक बाजारों से कमजोर संकेत मिले हैं, जिनका असर भारतीय बाजारों पर स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। प्रमुख अमेरिकी और यूरोपीय स्टॉक्स में गिरावट आई है, जिससे निवेशकों के मनोबल में कमी आई है। इसके अतिरिक्त, कच्चे तेल की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव जारी है, जिससे ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में दबाव बना हुआ है।
निफ्टी में सबसे ज्यादा गिरावट वाले स्टॉक्स
निफ्टी50 इंडेक्स में कुल 50 कंपनियों में से 38 कंपनियां नकारात्मक दिशा में चल रही हैं। निफ्टी50 के प्रमुख गिरावट में आने वाले शेयरों में ट्रेंट लिमिटेड, श्रीराम फाइनेंस, अदानी पोर्ट्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL), और टेक महिंद्रा शामिल हैं। इन कंपनियों में निवेशकों ने बिकवाली की है, जिससे इनकी कीमतों में गिरावट आई है।
इसके अलावा, सेंसेक्स में भी गिरावट का प्रमुख कारण कुछ बड़ी कंपनियों का प्रदर्शन रहा। HDFC बैंक, जो सेंसेक्स के सबसे बड़े स्टॉक्स में से एक है, और ज़ोमेटो और भारती एयरटेल जैसी कंपनियों ने आज सेंसेक्स के गिरने में प्रमुख योगदान दिया है। इन कंपनियों में जारी बिकवाली के कारण सेंसेक्स नीचे की ओर खिसका है।
डॉ. रेड्डी का शेयर 4% चढ़ा
हालांकि, कुछ शेयरों ने बाजार में उम्मीद की किरण दिखाई है। फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी डॉ. रेड्डी के शेयर में 4% की जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली। कंपनी की अच्छी तिमाही नतीजों और निरंतर विकास की उम्मीदों के चलते निवेशकों ने इसमें अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। इसके अलावा, अन्य कुछ शेयरों जैसे ONGC, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), सिप्ला, और मारुति सुजुकी इंडिया (MSIL) ने भी सकारात्मक प्रदर्शन किया है और ये प्रमुख गेनर्स के रूप में उभरे हैं।
सेंसेक्स के प्रमुख गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स के प्रमुख गेनर्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) शामिल है, जो करीब 1% की बढ़त के साथ ट्रेड कर रहा है। इसके अलावा, कुछ अन्य कंपनियों ने भी सेंसेक्स के नुकसान को कम किया है। जबकि टॉप लूजर्स की सूची में HDFC बैंक, ज़ोमेटो, और भारती एयरटेल शामिल हैं। इन कंपनियों में बड़ी गिरावट आई है, जिससे सेंसेक्स की गिरावट को बढ़ावा मिला है।
विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय बाजारों को वैश्विक बाजारों की दिशा और घरेलू आर्थिक आंकड़ों का बारीकी से निरीक्षण करना होगा। निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि आने वाले दिनों में वैश्विक अनिश्चितताओं और घरेलू मुद्दों के कारण बाजार में और उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। हालांकि, कुछ सेक्टर जैसे फार्मा और ऊर्जा में अब भी निवेश के अच्छे मौके हो सकते हैं।
इस बीच, बाजार में एक्शन देखने के लिए निवेशकों को बेहतर रणनीतियों के साथ बाजार में प्रवेश करना होगा।