Bhubaneswar: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार, 10 जनवरी 2025 को 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन के दौरान 27 व्यक्तियों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रवासी भारतीय सम्मान से नवाजा। यह समारोह भुवनेश्वर में आयोजित हुआ और इसमें राष्ट्रपति ने समाजसेवा, शिक्षा, विज्ञान, व्यापार और सार्वजनिक मामलों जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम के लिए पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी।
यह पुरस्कार भारतीय प्रवासियों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है, जो भारत और उनके निवास के देशों के बीच मजबूत संबंध स्थापित करने में उनकी भूमिका को मान्यता देता है। इस वर्ष सम्मान पाने वालों में त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू भी शामिल थीं, जिन्हें सार्वजनिक मामलों की श्रेणी में यह पुरस्कार दिया गया। उन्होंने Virtual माध्यम से कार्यक्रम में भाग लिया और राष्ट्रपति मुर्मू ने उनके प्रयासों की विशेष सराहना की।
अन्य प्रमुख विजेताओं में ऑस्ट्रेलिया के अजय राणे (सामुदायिक सेवा), ऑस्ट्रिया की मारियालेना जोन फर्नांडीस (शिक्षा), और फिजी के स्वामी संयुक्तानंद (सामुदायिक सेवा) शामिल हैं। गुयाना के सरस्वती विद्या निकेतन को भी सामुदायिक सेवा के लिए सम्मानित किया गया। विज्ञान और टैकनोलजी में उत्कृष्टता के लिए जापान के लेख राज जुनेजा, चिकित्सा विज्ञान के लिए किर्गिज़ गणराज्य के प्रेम कुमार और व्यापार में योगदान के लिए लाओस के सौक्तवी चौधरी को पुरस्कार मिला।
इन पुरस्कारों का चयन भारत के उपराष्ट्रपति की अध्यक्षता वाली और विदेश मंत्री की सह-अध्यक्षता वाली एक समिति द्वारा किया गया। प्रवासी भारतीय सम्मान न केवल प्रवासी समुदाय की उपलब्धियों को सराहता है, बल्कि उनकी भूमिका को भारत की वैश्विक पहचान को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण मानता है|