राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने आज संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और अनार किसानों के सामने आने वाले मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में अनार उद्योग से जुड़ी चुनौतियों, खासकर किसानों को प्रभावित करने वाली चुनौतियों पर चर्चा की गई। किसानों की चिंताओं के बारे में मुखर रहे पवार ने प्रधानमंत्री से इन मुद्दों को सुलझाने और कृषि क्षेत्र के लिए समर्थन सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की।

पवार के पास उतने विधायक, जितने बीजेपी को बहुमत के लिए जरूरी
विधानसभा चुनाव में शरद पवार की पार्टी एनसीपी (एसपी) को सिर्फ 10 और उद्धव सेना को 20 सीटें मिली थीं। बीजेपी ने 132 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बहुमत के नजरिये से देखा जाए तो बीजेपी को 288 सदस्यों वाली विधानसभा में 145 सदस्यों के समर्थन की जरूरत है। बीजेपी को 5 निर्दलियों और छोटे दलों ने भी समर्थन दे रखा है। इस तरह अकेले सरकार चलाने के लिए बीजेपी को सिर्फ 10 विधायकों के सहयोग की आवश्यकता होगी। फडणवीस मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद एनसीपी के कई नेता नाराज बताए जा रहे हैं। छगन भुजबल ने खुले तौर पर मोर्चा खोल रखा है। चर्चा है कि वह शरद पवार की तरफ वापस लौट सकते हैं।
पीएम मोदी भी कर चुके हैं शरद पवार की तारीफ
शरद पवार महाराष्ट्र की राजनीति में चाणक्य माने जाते हैं। हर राजनीतिक स्थिति में सभी दलों के नेताओं को साधकर रखते हैं। इसके बूते ही कांग्रेस से अलग होने के बाद भी कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र की सत्ता में लगातार 15 साल टिके रहे। वह पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी भी माने जाते हैं। कई मौके ऐसे आए, जब पीएम नरेंद्र मोदी ने शरद पवार की सार्वजनिक तौर से तारीफ की। मुंबई में अडाणी के धारावी प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू होने वाला है। मंत्रियों की शपथ के बाद भी मंत्रिमंडल का बंटवारा भी अटका है। हालांकि अपने संक्षिप्त बयान में शरद पवार ने कहा कि उन्होंने किसानों के मुद्दे को लेकर पीएम मोदी से बात की है, मगर महाराष्ट्र में बदले समीकरण, शिवसेना नेताओं की बयानबाजी और एनसीपी में बगावत के कारण यह मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
